पर्यावरण की शुद्धता पर ध्यान दीजिये ।
वातावरण को प्रदूषित अब मत कीजिए ।।
वृक्ष इस धरा के, सब हैं पुत्र समान।
आस-पास वृक्षारोपण, जरूर कीजिये ।।
पुष्प-पल्लव, तर-तरूवर औ सागर-सरिता
पृथ्वी के धरोहर का, संरक्षण कीजिये।
वायु-प्रदूषण, जल-प्रदूषण और कचरा प्रदूषण
इन सब प्रदूषणों को, अवश्य रोकिये ।
वायु जल है सबका, जीवन मूल आधार
इनका दुरूपयोग आप, कभी मत कीजिये ।
भावी पीढ़ी का अस्तित्व, खतरे में ना रहे
पर्यावरण से छेड़छाड़, कभी मत कीजिये ।
रतन चन्द्र जायसवाल