जब 2014 में 282 सीट लेके मोदी जी सत्ता में आये तब उसका कारण था कांग्रेस के घोटाले. इन घोटालो के चलते सारा विपक्ष छिटका हुआ था और इसलिये मात्र 31 % के आस पास की वोटिंग से ही मोदी जी प्रधानमंत्री पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता मे आये और दुसरी बात ये ध्यान रहे कि उस समय सभी ओरीजनल हिंदू लोग चाहते थे कि मोदी ही बनें. और जब बने तो सच्चे हिंदू लोगो को लगा कि एक हजार साल मे कोई हिंदू सम्राट जैसा व्यक्ति प्रधानमंत्री बना इसलिये जनता ने बहुत आदर दिया खासकर मिडील क्लास ने.
प्रधानमंत्री के कार्य प्रणाली से सब खुश थे . देश विदेश मे भारतीयो के सम्मान मे चार चांद उन्होने लगाये इस मे कोई दो राय नही है . जब उन्होने आह्वाहन किया कि सम्पन्न लोग गैस सब्सीडी छोड दें तब मिडील क्लास के हिंदू लोगो ने एक दिन मे ही करीब करीब 80 लाख लोगो ने सब्सीडी छोड दी, मै भी उनमे से एक था. लेकिन याद करो फारुख अब्दुला और जावेद अखतर ने क्या कहा था? इन्होने कहा था सब्सीडी तो हमारा अधिकार है हम क्युँ छोडें? इससे आगे और कहने की जरुरत नहीं है. लेकिन मिडील क्लास ने छोडी.
किंतु उस मीडील क्लास को बीजेपी ने बहुत इग्नौर किया जैसे कश्मीरी अलगाववादीयों की जैट प्लस सुरक्षा, खाना पीना , फ्री हवाई यात्रा दुनिया भर मे सेमीनार अटैंड करने के लिये उन सब को बंद नही किया. पाकिस्तान से एम एफ एन का दर्जा नहीं छीना, 370 पर चर्चा तक संसद मे नही करा पाये, राम मंदिर पर अध्यादेश तो छोडीये चर्चा तक नही करा पाये. ये सब ने बहुत दुख दिया. अल्पसंख्यक कल्याण के नाम पर उनको बहुत कुछ दिया. उनकी महिलाओ के लिये तीन तलाक का कानून पास कराकर उन्हे नारकीय जीवन से निकालने की कोशिस भी की लेकिन उन्होंने एक भी वोट नहीं दिया .
आप कोर्ट के जजो को भी नही कस पाये. कभी एक मीटिंग ही कर लेते उनसे कहते कि बहुत हो गया है अब परफारमेंस बेस्ड सिस्टम पर काम करो . एक जज ने जयललिता को चार साल जेल भेजा दुसरा जज पुन: उसे पलटते हुये मुख्यमंत्री पद की सपथ दिलवा दिया . ऐसा न्याय ? उत्तराखंड मे लोग स्वरोजगार कर रहे थे. पैराग्लाईडींग से कम से कम सौ दो सौ परिवार तो मेरे गांव मे ही जुडे थे . अच्छी कमाई थी एक एक आदमी सालाना दस लाख कमा लेता था. लेकिनउत्त्राखंड हाईकोर्ट ने ये कहकर बंद करा दिया की जब तक सरकार इस पर निती न बना ले तब तक पैराग्लाईडींग और रीवर राफ्टींग पर रोक रहेगी. इस तरह कितनो की जौब हाई कोर्ट ने छीन ली और आप उस कोर्ट का सम्मान करते है कहते रह गये. जजो की रिटायर्मेंट की एज को 62 से 58 वर्ष कर देते तो भी लाइन पर आ जाते . नही मानतेतो और रास्ते भी थे मैडीकल चैअक अप करो अनफिट निकलेंगे सब तो घर भेजो पर ये सब चाणॅक्य निती पर आप काम नही कर पाये. कालेजियम को दबाने मे नाकाम रहे. फलस्वरूप मोदी जी की इमेज को विपक्ष ने फेंकू कहकर प्रचारित कर दिया.
मीडिया को आप कब्जे मे नही कर पाये . जी वाला तो इसलिये फेवर मे आ गया कि जिंदल ने उस पर केस किया है बेल पर आऊट है. ये छोटी छोटी बाते थी लेकिन बहुत महत्वपूर्ण. पुराने नौकरशाह से ही काम लेने का आपका विचार सही होते हुये भी राजनैतिक दृष्टी से उतना सही नही कहा जायेगा. जैसे आलोक वर्मा का केस जो सुना है विपक्ष की पार्टी को मह्तवपूर्ण सूचनाएं दे देता था.
इसके अलावा आपने गांधी परिवार वाड्रा आदि को जेल मे डालेंगे कहा आज तक कुछ नही हुआ और अब ईडी की रेड हो रही है तो कल को कांग्रेस जान बुझकर चुनाव आने पर ये लोग ऐसा कर रहे है कहकर प्रचार कर देगी, आप कुछ नही कर पायेंगे.
आपको पेट्रोल डीजल को जी एस टी पर ले आना चाहिये था परंतु यदि कांग्रेस या केजरीवाल ने झूठा वादा 2019 मे कर दिया तो बीजेपी 282 के 118 हो जायेंगे. ये भी पक्का है ये मैंने लिखा था पहले भी.
मोदी सरकार ने इन साढे चार वर्षों मे कोई गलत काम नहीं किया, कोई दाग नहीं लगा, बहुत से अच्छे काम किये. उपर लेवल पर भ्रष्ट्राचार बहुत कम या ना के बराबर हो गया ये भी सही है. शौचालय बनाकर लोगो को दिये, खाते खोले, बीमा का लाभ दिया, मेडीकल इंश्योरेंस किया 50 करोड लोगों का .
लेकिन आपको खा गया ये #सब #का #साथ #सबका #विकास वाला डायलोग !! ये नही चलेगा. आपने डीजिटल इंडीया की बात की लेकिन जब हम क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करते है तो दुकानदार 2 % एक्स्ट्रा ले रहा है. हर चीज मे आपने मीडेल क्लास को मारा. 10 लाख सालाना वाले को गैस सिलिंडर नही मिलेगा ये तो बोल दिया लेकिन उसे 10 लाख की इनकम मे टेक्स की छूट नही दी आपने ! क्युँ ? आपको पता है इंडीया मे हिंदू मीडिल क्लास परिवारों मे एक कमाने वाला होता है तो पांच उसके साथ खाने वाले होते है? लेकिन आपने उसे नहीं बख्शा !
आप किसी और की वोट से नही हारे है ये पांच राज्य आप जो हारे हैं तो वो एक मात्र सरकारी और प्राईवेट करमचारियों की वोट न मिलने के कारण. ये सब मीडिल क्लास से हैं इन्होने आपको वोट नही दिया है, और ये 2019 मे भी नही देंगे. क्युंकि इनकी उपेक्षा हुई है. पहले भी होती थी पर उम्मीद आपसे थी. और कुछ नही तो इनकम टैक्स स्लैब को बढ़ाकर 10 लाख कर देते, क्रेडिट तथा डेबिट कार्ड ट्रांस्सेक्शन पर तो चार्ज न लेते? मैंने हफ्ते भर पहले मोबाईल लिया .उस पर 2 % देना पडा, और तो और बीटिया के एक्जामिनेशन फार्म को ओनलाईन भरने पर भी चार्ज लिया. बहुत दुख होता है इन छोटी छोटी बातों में.
अंत में भगवान जो करते है भले के लिये करते है ये हार आपको सबक देने के लिये है यदि आप आने वाले बजट मे मीडील क्लास को राहत देते हैं , राम मंदिर पर अध्यादेश ( अब तो शायद आप के पास मेजोरिटी भी नही है 271 रह गये है) ले आते है मान लो ,370 पर कुछ चर्चा करते है डीजल पेट्रोल को जी एस टी पर ले आते है तो उम्मीद करिये, वर्ना अब तक लबाबलब खजाना जो भरा है वो कांग्रेस के हाथों सोंप दिजिये, कम से कम वो अपने समर्थको का भला तो करेंगें फिर 15 साल बाद आइयेगा फिर से खजाना भरने के लिये..
चंचन्द्रशेखर पन्त
विनय कुमार त्रिवेदी के फेसबुक वाल से