जनार्दन मिश्रा
पाकिस्तान के एक रिटायर्ड सिविल सेवा अधिकारी है कल उनका पॉडकास्ट सुन रहा था, उन्होंने जो पाकिस्तान की बर्बादी के बारे में बताया वह सच में सब की आंखें खोलने वाला है। उन्होंने कहा कि जब नवाज शरीफ के दौर में चीन ने पाकिस्तान में मोटरवे (एक्सप्रेस वे) और सड़कों का जाल बनाना शुरू किया तब हम पाकिस्तान बड़े खुश हुए और और उन्होंने यह भी बताया कि उस जमाने में वह एक बार भारत यात्रा पर थे तो जब वह ताजमहल देखने गए थे तब उन्हें आश्चर्य हुआ कि दिल्ली से आगरा की रोड एकदम खराब थी
जबकि उस दौर में पाकिस्तान में मोटरवे का जाल बन चुका था और पाकिस्तान में बेहद शानदार चौड़ी चौड़ी सड़के बनी थी जो सब चीन ने बनवाई थी हम इसे ही विकास समझ कर खुश हो गए।
लेकिन पाकिस्तान की यह मोटर वे (एक्सप्रेस वे) सिर्फ दो गरीब शहरों को जोड़ने वाली मोटर वे है उन्होंने एग्जांपल दिया कि लाहौर से कराची का मोटर वे मतलब एक करोड़ कराची के गरीबों को एक करोड़ लाहौर के गरीबों के बीच की सड़क उसके बाद चीन के इशारे पर पाकिस्तान की फौज ने तमाम सेक्टर में जिसमें प्राइवेट कंपनियां थी उतरना शुरू हो गई जैसे सीमेंट बनाना खाद बनाना बिस्कुट बनाना सेरेलक से लेकर सब कुछ के प्रोजेक्ट में आ गई उन्हें सब्सिडी मिलती थी उन्हें मुफ्त जमीन मुफ्त बिजली मिलती थी फिर धीरे-धीरे पाकिस्तान की सारी फैक्टरीज बंद होती चली गई।
चीन इसी चीज के इंतजार में था इसीलिए उसने शानदार मोटरवे बनवाई थी और उसके बाद काराकोरम हाईवे से हर रोज चीन के समान से भरे हुए हजारों ट्रक पाकिस्तान में आने लगे और पाकिस्तान के हर दुकानों में हर माल में आप चले जाइए आपको एक भी चीज मेड इन पाकिस्तान नजर नहीं आएगी।
पाकिस्तान की कोई भी कंपनी बस नहीं बनती पाकिस्तान की कोई भी कंपनी कार नहीं बनती और नतीजा यह हुआ कि पाकिस्तान धीरे-धीरे बर्बाद होता चला गया और चीन ने अपने कर्ज के जाल में पाकिस्तान को इस कदर फसा लिया कि अब हमारी बर्बादी और हमारा दिवालिया एकदम तय है क्योंकि चीन किसी पर रहम नहीं करता वह चेक बुक डिप्लोमेसी पॉलिसी इस्तेमाल करता है यानी चेक बुक लेकर किसी देश में जाओ अंधाधुन चेक दे दो और बाद में अपने तरीके से वसूली करो।
चीन जब हमारे यहां मोटर वे बना रहा था तब हम चीन की असली मनसा समझ ही नहीं पाए कि आखिर चीन हमारे यहां इतने महंगे मोटर वे क्यों बनवा रहा है और भारत जैसा विशाल देश इतने महंगे मोटर वे क्यों नहीं बनवा पा रहा है।
अब समझ में आया कि चीन अपने ट्रकों को पूरे पाकिस्तान में आसानी से जाने के लिए सड़कों का जाल बनवाया और हम अपनी सड़के देखकर खुश होकर ताली बजाते रहे जबकि यही सड़के हमारी बर्बादी की इबारत थी जिसे हम पढ़ नहीं सके।
उन्होंने यह भी बताया कि भारत आज इसलिए तरक्की पर है क्योंकि भारत कभी चीन के जाल में नहीं फंसा.. चीन ने यही ऑफर भारत को भी किया था लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार ने जो मेक ईन इंडिया लागू किया है यह पूरी दुनिया की आंखें खोलने वाला एक प्रोग्राम है।
आप चाहे नरेंद्र मोदी से नफरत करें या आप नरेंद्र मोदी के तारीफ करें लेकिन यह बात आपको माननी पड़ेगी कि उन्होंने भारत को धीरे-धीरे मैन्युफैक्चरिंग का हब बनाना शुरू कर दिया है जो भारत के किसी भी प्रधानमंत्री ने नहीं सोचा था।