केंद्रीय गृह मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री अमित शाह ने 09 अप्रैल को कोलकाता, पश्चिम बंगाल में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित किया और विश्वास व्यक्त किया कि पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी भारी बहुमत से सरकार बनाने जा रही है। उन्होंने पश्चिम बंगाल की जनता को बंगाल के नव वर्ष की अग्रिम शुभकामनाएं भी दी। प्रेस कांफ्रेंस के बाद श्री शाह ने भबानीपुर में घर-घर जाकर भाजपा का प्रचार किया और केंद्र सरकार द्वारा जन-कल्याण के लिए किये जा रहे कार्यों एवं सोनार बांग्ला के निर्माण हेतु भाजपा के संकल्प पत्र के पर्चे भी वितरित किये। उन्होंने मतुआ समाज के संस्थापक श्री श्री हरिचंद ठाकुर जी के जन्म जयंती के उपलक्ष्य में उन्हें नमन करते हुए कहा कि उन्होंने हमारे समाज के हाशिए वाले तबके को सशक्त बनाने, शिक्षित करने एवं उनके उत्थान में एक महती भूमिका निभाई। उनके आदर्श और उपदेश हमें “सोनार बांग्ला” के अपने दृष्टिकोण को साकार करने के लिए सतत मार्गदर्शन करते रहेंगे।
श्री शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में अब तक तीन चरण के मतदान हो चुके हैं। कल चौथे चरण का मतदान होने वाला है। तीनों चरणों के मतदान में पश्चिम बंगाल की जनता का भारतीय जनता पार्टी को अप्रत्याशित समर्थन मिला है। हमारे आकलन के हिसाब से इन तीन चरणों में हुए मतदान में भाजपा 63 से 68 सीटों पर चुनाव जीत रही है। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस का फ्रस्ट्रेशन उसके नेताओं के व्यवहार, बातचीत और भाषणों में स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ता है। ममता दीदी ने सुरक्षा बलों के लिए जिस प्रकार की अशोभनीय टिप्पणी की है, मैंने अपने राजनीतिक जीवन में ऐसी टिप्पणी कभी नहीं देखी। किसी राज्य की मुख्यमंत्री और एक राजनीतिक दल की अध्यक्षा अगर ये कहती हैं कि सीएपीएफ का घेराव कर रोक लो, तो यह अत्यंत ही निंदनीय है। ममता दीदी, ऐसे बयान देकर लोगों को अराजकता की ओर ले जाना चाहती हैं, चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से वह समाप्त नहीं होने देना चाहती। शायद उनका उद्देश्य हर बार की तरह इस बार भी रेगिंग से चुनाव जीतने का है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि ममता दीदी बार-बार यह आरोप लगा रही हैं कि गृह मंत्रालय के इशारे पर सीएपीएफ चुनाव में व्यवधान उत्पन्न कर रहा है। दीदी, ये तो कॉमन सेंस की बात बता रहा हूँ कि सीएपीएफ जब चुनाव के काम में लगते हैं, तब गृह मंत्रालय का उन पर कंट्रोल नहीं होता, चुनाव के समय वह सीधे-सीधे चुनाव आयोग के अधीन काम करता है। अगर इतनी बात भी ममता दीदी को नहीं मालूम नहीं तो क्या कहा जा सकता है!
श्री शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में हमारे कार्यकर्ताओं और नेताओं पर लगातार हमले हो रहे हैं। हमारे प्रदेश अध्यक्ष श्री दिलीप घोष जी पर हाल ही में हमला हुआ है। भबानीपुर में पुलिस स्टेशन के भीतर हमारे कार्यकर्ताओं पर हमला हुआ। इन हमलों के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस के एक भी नेता की ओर से कोई टिप्पणी नहीं की गई। ऐसा करके ममता दीदी और उनके नेता मौन इशारा कर हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं। सार्वजनिक जीवन में ये बात तो आम होती है कि सभी राजनीतिक दल हर प्रकार की हिंसा की निंदा और भर्त्सना करते हैं। मुझे लगता है कि तृणमूल कांग्रेस अपना आपा खो बैठी है। जिस प्रकार से ममता दीदी ने अल्पसंख्यक मतदाताओं से एकजुट होकर तृणमूल कांग्रेस के पक्ष में वोट करने की अपील की है, यह बताता है कि शायद ममता दीदी से उनके माइनॉरिटी वोट भी धीरे-धीरे दूर हो गए हैं, वरना इस प्रकार की अपील किसी भी मुख्यमंत्री अथवा किसी पार्टी अध्यक्षा के मुख से उचित नहीं है। इस प्रकार की अपील करने के बजाय ममता दीदी को संभावित हार के कारणों का विश्लेषण करना चाहिए कि बंगाल की जनता क्यों उनके खिलाफ है?
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल की जनता तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ इसलिए है क्योंकि दीदी के शासन में बंगाल में कानून और व्यवस्था की स्थिति पूर्णतया चरमरा गई है, घुसपैठ की समस्या और बड़ी होती जा रही है, कोलकाता की स्थिति दयनीय हो गई है, तुष्टिकरण की राजनीति चरम पर है, दुर्गा पूजा और सरस्वती पूजा करने के लिए कोर्ट की शरण में जाना पड़ता है और दीदी शरणार्थियों को सीएए के तहत नागरिकता देने का विरोध करती हैं। पश्चिम बंगाल में इंफ्रास्ट्रक्चर में कोई डेवलपमेंट नहीं है, औद्योगिक विकास ठप्प पड़ गया है, बेरोजगारी चरमसीमा पर है, महिला सुरक्षा के सारे पैमाने नीचे की ओर जा रहे हैं, महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध के हर पैमाने पर पश्चिम बंगाल एक से पांच के बीच खड़ा है, सिंडिकेट-तोलाबाजी और भरष्टाचार अपनी सीमाएं लांघ गया है और कोल माफिया व गौ तस्करी करने वालों के साथ तृणमूल कांग्रेस के पदाधिकारियों और वरिष्ठ नेताओं की सांठगांठ का पर्दाफ़ाश हो चुका है। ममता दीदी माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा शुरू की गई जन-कल्याण की योजनाओं को जनता तक पहुँचने ही नहीं देती चाहे आयुष्मान भारत योजना हो, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि हो, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना हो या फिर रेलवे के विकास की बात हो क्योंकि ममता दीदी को डर है कि इन योजनाओं के लागू होने से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी पश्चिम बंगाल की जनता में और लोकप्रिय हो जायेंगे। ममता दीदी की इसी ओछी राजनीति से तंग आकर प्रदेश के कोने-कोने से लोग भाजपा के समर्थन में एकजुट दिखाई देते हैं। समाज के कई प्रतिष्ठित और विशिष्ट जनों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है और उन्होंने पहली बार बंगाल विधानसभा चुनाव भी लड़ने का साहस किया है। मैं ‘साहस’ शब्द का इस्तेमाल इसलिए कर रहा हूँ क्योंकि उन्होंने चुनाव लड़ने के बारे में सोचा ही नहीं था लेकिन बंगाल की स्थिति को डेक कर उन्हें भी लगता है कि यदि बंगाल को बचाना है तो उन्हें आगे आना ही पड़ेगा। अर्थशास्त्री श्री अशोक लाहिड़ी जी, लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) श्री सुब्रतो सहा जी, पत्रकार और लेखक श्री स्वप्न दासगुप्ता जी जैसे कई प्रतिष्ठित लोगों का चुनाव लड़ना इसी दिशा में उठाया गया कदम है।
श्री शाह ने कहा कि आज प्रति व्यक्ति आय के मामले में पश्चिम बंगाल भारत में 22वें स्थान पर है, सकल राज्य घरेलू उत्पादन की वृद्धि में 31वें स्थान पर है, राजस्व की वृद्धि के मामले में 10वें स्थान पर है, उद्योग क्षेत्र जीएसवीए में 20वें स्थान पर है और जहाँ एक समय देश की जीडीपी में बंगाल का योगदान 30% का हुआ करता था, आज वह घट कर 3.3 प्रतिशत पर आ गया है, यही बताता है कि पश्चिम बंगाल की स्थिति कितनी खराब हो गई है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि ‘सोनार बांग्ला’ के विजन के साथ भारतीय जनता पार्टी अपने संकल्प पत्र के साथ आई है जो बंगाल को सर्वस्पर्शी एवं सर्व-समावेशी विकास की अवधारणा को जमीन पर उतार कर दिखाएगा। जहां तक आर्थिक विकास की बात है तो हमने अपने संकल्प पत्र में सोनार बांग्ला आर्थिक पुनरुत्थान टास्क फोर्स का गठन करने की बात की है जिसमें देश के जाने-माने अर्थशास्त्री शामिल होंगे जो बंगाल को आगे ले जाने की रणनीति तैयार करेंगे। हम ‘इन्वेस्ट बांग्ला’ की स्थापना करेंगे और तेजी से निवेश आकर्षित करने के लिए एक सरल पद्धति तैयार करेंगे। हमने बंगाल को ‘ईज ऑफ़ डूइंग बिजनेस’ में देश में तीसरे स्थान पर लाने का संकल्प लिया है। एमएसएमई के लिए 10 लाख रुपये तक के कोलेटरल फ्री लोन की व्यवस्था की जायेगी। गुरुदेव रूरल एडवांसमेंट मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्र के इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए दो लाख करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। उज्जवल बांग्ला मिशन के तहत शहरी क्षेत्रों के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 5 साल में 30,000 करोड़ रुपए इन्वेस्ट किये जायेंगे। एक लाख करोड़ रुपये की लागत से पूरे बंगाल में सड़कों का जाल बिछाया जाएगा और हर परिवार में कम से कम एक सदस्य को रोजगार उपलब्ध कराने का भी हमने संकल्प लिया है।
पश्चिम बंगाल में कृषि एवं किसानों के कल्याण के लिए भाजपा के संकल्पों को दोहराते हुए श्री शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने पर राज्य के हर किसान को प्रतिवर्ष 10,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जायेगी। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के पिछले किस्तों के एवज में बंगाल में हमारी सरकार बनने के एक सप्ताह में ही प्रदेश के लगभग 75 लाख किसानों के एकाउंट में 18,000 रुपये ट्रांसफर कर दिए जायेंगे। लघु एवं सीमांत किसानों एवं भूमिहीन मजदूरों के बच्चों के लिए केजी से लेकर पीजी तक की पूरी शिक्षा फ्री की जायेगी।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने पर महिला सशक्तिकरण के लिए कई योजनाओं का आरंभ किया जाएगा। प्रदेश में सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 33% आरक्षण दिया जाएगा। सभी छात्राओं के लिए केजी से पीजी शिक्षा फ्री उपलब्ध कराई जायेगी। पब्लिक ट्रांसपोर्ट में मातृशक्ति के लिए आवागमन फ्री रहेगा।
श्री शाह ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की सरकार में उत्तर बंगाल के साथ जितना अन्याय किया गया, उतना कभी नहीं हुआ। न कोच राजवंशियों की चिंता की गई और न ही गोरखा भाइयों के विकास के लिए ही कुछ किया गया। उत्तर बंगाल के प्रमुख उत्पादों चाय व तंबाकू के लिए ममता दीदी ने कोई उचित रणनीति नहीं अपनाई। हमने उत्तर बंगाल के विकास के लिए उत्तर बंगाल विकास बोर्ड की स्थापना करने का निर्णय लिया है। हम सीएपीएफ में नारायणी सेना के सम्मान में एक बटालियन गठित करेंगे। 250 करोड़ रुपये की लागत से ठाकुर पंचानन वर्मन के सम्मान में एक संग्रहालय और एक भव्य स्मारक का निर्माण किया जाएगा। हम मदन मोहन मंदिर, कमलेश्वरी मंदिर और जलपेश मंदिर को एक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित कर एक सर्किट बनाने का काम करेंगे। बहादुर वीर चिल्ला राय के सम्मान में कूच बिहार में एक पैरामिलिट्री ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना की जायेगी। हम उत्तर बंगाल में एक केंद्रीय विश्वविद्यालय और एक एम्स की स्थापना करेंगे। 700 किमी लंबे नेताजी सुभाष चंद्र बोस मार्ग का निर्माण कर उत्तर बंगाल को कोलकाता के साथ जोड़ा जाएगा। बागडोगरा हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में विकसित किया जाएगा। सिलीगुड़ी में मेट्रो सेवा शुरू की जाएगी। सिलीगुड़ी में एक आईटी पार्क की स्थापना की जाएगी। उत्तर बंगाल में अन्नदाता मेगा फूड पार्क की स्थापना की जाएगी। इस क्षेत्र में एक ‘टी पार्क’ की भी स्थापना की जायेगी जिसमें 100 करोड़ रुपये की लागत से विशेष रूप से चाय के औषधीय गुणों पर रिसर्च किया जाएगा। हर्बल दवाइयों के निर्माण के लिए हर्बल फार्मा पार्क की भी स्थापना की जाएगी। गोरखा उप-जातियों को अनुसूचित जनजाति के रूप में मान्यता दी जाएगी। हमारी सरकार बनने पर हम दार्जिलिंग में एक भव्य गोरखा स्वातंत्र्य सेनानी संग्रहालय बनाएंगे। राजवंशी भाषा को बढ़ावा देने के लिए हम इसे राज्य के स्कूलों में कक्षा 10 तक के पाठ्यक्रम में स्थापित करेंगे। चाय बागानों, सिनकोना गर्दन, फॉरेस्ट विलेज और डीआई के निवासियों को जम्मीन का पट्टा दिया जाएगा।
कोलकाता के विकास के लिए भाजपा के संकल्पों को उद्धृत करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि एक जमाने में सिंगापुर के डेवलपमेंट का मॉडल कोलकाता हुआ करता था, आज उस कोलकाता की स्थिति अत्यंत ही दयनीय है। हम ‘सोनार बांग्ला’ अभियान के तहत कोलकाता को ‘सिटी ऑफ़ जॉय’ के साथ-साथ ‘सिटी ऑफ़ फ्यूचर’ के रूप में भी विकसित करेंगे। 22,000 करोड़ रुपये की लागत से कोलकाता डेवलपमेंट फंड का निर्माण किया जाएगा जो कोलकाता में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट को गति देगा। घरेलू उपयोग के लिए 200 यूनिट तक की बिजली मुफ्त की जायेगी। अगले पांच वर्षों में कोलकाता को भारत के वित्तीय केंद्र की राजधानी बनाने के लिए एक कमिटी बनायेंगे। कोलकाता स्टॉक एक्सचेंज को आर्थिक गतिविधियों के लिए फिर से पुनर्जीवित करेंगे। कोलकाता में एक नए आईटी पार्क और एक जैव प्रौद्योगिकी पार्क की स्थापना की जाएगी। 300 करोड़ रुपये की लागत से मौजूदा आईटी पार्क का विस्तार किया जायेगा। कोलकाता की सभी इमारतों को फायर ब्रिगेड की दृष्टि से ऑडिट करके इसे सेफ किया जाएगा। कोलकाता में एक नए अग्निशमन केंद्र की स्थापना की जायेगी। सीसीटीवी के जरिये कोलकता को गुंडों से मुक्त कराने का काम किया जाएगा। एक ही कार्ड से मेट्रो, लोकल ट्रेन और बस के सफ़र को आसान बनाया जाएगा।
श्री शाह ने कहा कि दीदी के शासन में बंगाल की संस्कृति का ह्रास हुआ है, उतना कभी नहीं हुआ। नोबेल प्राइज की तर्ज पर टैगोर प्राइज और ऑस्कर प्राइस की तर्ज पर सत्यजीत रे अवार्ड शुरू किया जाएगा। 11,000 करोड़ रुपये की लागत से ‘सोनार बांग्ला’ फंड से कोलकाता को देश की सांस्कृतिक राजधानी बनाने की दिशा में कार्य किया जाएगा। गुरुदेव सेंटर फॉर कल्चरल एक्सीलेंस की स्थापना करके बंगाली संस्कृति को बढ़ावा देने हेतु देश – विदेश में एक एक्सचेंज का कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। 2,500 करोड़ रुपये की निधि से गंगासागर मेले को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित किया जाएगा। पुरोहित कल्याण बोर्ड की स्थापना पुरोहितों को ₹3,000 मासिक मानदेय दिया जाएगा। चैतन्य महाप्रभु आध्यात्मिक संस्थान बनाकर बंगाल की विरासत को नए सिरे से पुनर्जीवित करने का प्रयास करेंगे। नेता जी को सम्मानित करते हुए देशभर में नेताजी और आजाद हिंद फौज की ऐतिहासिक यात्रा का प्रदर्शन किया जाएगा। संयुक्त राष्ट्र संघ में बंगाली भाषा को आधिकारिक भाषाओं में से एक भाषा के रूप में मान्यता देने के लिए हम प्रयास करेंगे। सरकारी दस्तावेजों, आदेशों और पत्र व्यवहार में बांग्ला भाषा को हम अनिवार्य करेंगे। राज्य भर में टेक्निकल, मेडिकल और लीगल एवं अन्य प्रोफेशनल एजुकेशन के लिए बांग्ला माध्यम में पढ़ाई की पूरी व्यवस्था की जायेगी। कोलकाता में एक विश्व स्तरीय सोनार बांग्ला संग्रहालय का निर्माण किया जाएगा। देश भर में बंगाली फूड फेस्टिवल आयोजित किये जायेंगे। साथ ही, तीन दिवसीय “बांग्लार आलो” त्यौहार का भी आयोजन किया जाएगा। नेताजी सुभाष चंद्र बोस, ईश्वर चंद्र विद्यासागर, बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय, रासबिहारी बोस और महर्षि अरबिंदो जैसे बंगाली नायकों के नाम पर एजुकेशन चेयर देशभर के सभी विश्वविद्यालयों और कुछ अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों बनाने के लिए कार्य किया जाएगा। 1,000 करोड़ रुपए की राशि के साथ बंगाली कलाकार कल्याण बोर्ड की स्थापना की जाएगी।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हम ममता दीदी के कुशासन को उजागर इसलिए कर रहे हैं क्योंकि पश्चिम बंगाल की जनता तक सच्चाई पहुंचाना चाहते हैं। लेकिन, इसके साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी, पश्चिम बंगाल में भाजपा सरकार बनने के बाद प्रदेश के समग्र विकास एवं महान बंगाली संस्कृति की रक्षा के लिए क्या-क्या करेगी, इसका एक कंप्लीट रोडमैप भी लेकर आई है। मैं पश्चिम बंगाल के सभी मतदाताओं से अपील करना चाहता हूँ कि पहले तीन चरणों के मतदान की तरह ही अगले पांच चरणों के मतदान में भी सुरक्षित, विकसित और सोनार बांग्ला के निर्माण के लिए भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में भारी मतदान कीजिये।
श्री शाह ने कहा कि घुसपैठ की समस्या का निराकरण केवल और केवल भाजपा ही कर सकती है, कांग्रेस-कम्युनिस्ट या तृणमूल कांग्रेस नहीं। यही ममता दीदी है जिन्होंने घुसपैठियों के खिलाफ नाम मतदाता सूची से कटवाने के लिए तीन-तीन बार संसद में हंगामा किया, आज वही ममता दीदी घुसपैठियों की संरक्षक बनी हुई हैं। यही ममता दीदी हैं जो एक जमाने में कहती थी कि बंगाल चुनाव में रेगिंग हो रही है, सीएपीएफ भेजिए लेकिन आज ममता दीदी कहती हैं कि सीएपीएफ बंगाल चुनाव में रेगिंग करती है। अपना स्वार्थ साधने के लिए लोगों के विचार किस तरह और कैसे बदल जाते हैं, इसका सबसे उत्कृष्ट उदाहरण ममता बनर्जी हैं। मैं आज पुनः इस प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से स्पष्ट करना चाहता हूँ कि पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने पर सभी शरणार्थी भाइयों को नागरिकता संशोधन कानून के तहत भारत की नागरिकता दी जायेगी और उन्हें सम्मान के साथ जीने का अधिकार दिया जाएगा। मैं पुनः पश्चिम बंगाल की जनता से अपील करता हूँ कि बाकी चरणों के मतदान में भी आप माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी का समर्थन करें और भाजपा के पक्ष में भारी मतदान करें।