रविन्द्र कुमार द्विवेदी
पीएमओ, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री को आधी अधूरी जानकारी देकर क्षेत्राधिकारी मडि़याहूं जिला जौनपुर, उप्र द्वारा गुमराह किया जा रहा है। सनद रहे कि एक 73 वर्षीय बुजुर्ग महिला राजकुमारी पति डॉ रमाकांत गुप्ता है जिनका जिला जौनपुर ग्राम परियत है, के साथ पूरी तरह पुलिस प्रशासन के द्वारा पूरी तरह अन्याय किया जा रहा है। ग्रॉम परियत के कुछ दुष्ट दबंग उनकी अपनी ही चहारदिवारी में गेट व गृहनिर्माण कार्य नहीं करने दे रहे हैं जिसके लिए वे मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक को प्रार्थना पत्र दिया मगर कोई सुनवाई नहीं हुई बल्कि उन्हें कोर्ट से अनुतोष प्राप्त करने को कहा गया ऐसा कहने वाला क्षेत्राधिकारी मडि़याहूं है जो थाना बरसठी, जौनपुर के एसओ से मिली-भगत करके झूठी रिपोर्ट प्लांट करते हैं। जबकि बुजुर्ग राजकुमारी 04 मार्च, 2021 को ही कोर्ट से अनुतोष प्राप्त कर लिया है और क्षेत्राधिकारी मडि़याहूं 2 मई, 2021 को अपनी रिपोर्ट में कोर्ट से अनुतोष प्राप्त करने को कह रहे हैं। और तो और अपनी शिकायत में राजकुमारी ने कोर्ट के आर्डर की छाया-प्रति भी लगाई थी फिर भी कोर्ट से अनुतोष की बात कहना उनके भ्रष्टता व पीएम को गुमराह करने की मंशा को प्रकट करता है।
ज्ञात हो कि बुजुर्ग राजकुमारी जूनियर कन्या स्कूल में रिटायर्ड प्रधानाध्यापिका रह चुकी हैं। उन्हें सिविल कौर्ट से जो आदेश मिला है उसमें स्पष्ट लिखा है कि वादिनी श्रीमती राजकुमारी देवी अराजी 1156/0.065 की मालिक हैं व उनका नाम राजस्व व अभिलेख में दर्ज हैं, प्रतिवादीगण सुरेश चंद गुप्ता पुत्र राजाराम हस्तक्षेप कर उसे बेदखल करना चाहते हैं अत: उन्हें मना किया जाये व वादिनी राजकुमारी देवी के शांतिपूर्ण व कब्जा व दखल में विधि विरूद्ध तरीके से हस्तक्षेप न करें। वादिनी आदेश 39 नियम 3 सीपीसी का पालन अंदर 24 घंटे करें व उसमें आगे चौथे पेज में यह भी लिखा है कि विपक्षी सुरेश चंद गुप्ता प्रतिवादिनी को पूर्व दिशा में निकलने या गेट निर्माण आदि करने से न रोकें।
और, दूसरी बात यह कि बुजुर्ग राजकुमारी ने बरसठी थाना, जिला जौनपुर, उप्र के थानाध्यक्ष श्याम दास वर्मा द्वारा उप्र मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर दो बार गलत रिपोर्ट भेजी गई उसका क्षेत्राधिकारी मडि़याहूं द्वारा कहीं जिक्र तक नहीं आखिर ऐसा क्यों? क्या यह बरसठी थानाध्यक्ष से उनकी सांठगांठ नहीं दर्शाता है। ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर 8-3-2021 को उपरोक्त बुजुर्ग महिला द्वारा शिकायत (पंजीकरण क्रमांक : 40019421012057) किया गया मगर आज तक बरसठी थाना के एसओ ने कोई कार्यवाही नहीं किया और तो और कहीं किसी दूसरे ग्राम की राजकुमारी नाम की महिला का रिपोर्ट लगाकर बरसठी पुलिस जो पिछले साल का है, उप्र मुख्यमंत्री तक को पूरी तरह से गुमराह कर दिया गया है। ठीक ऐसे ही बुजुर्ग महिला द्वारा दिनांक: 23: 03: 2021 के शिकायत में उपरोक्त ढंग से यूपी के सीएम को पुन: गुमराह किया गया। बरसठी एसओ की इस हरकत से आजिज आकर रिटायर्ड प्रधानाध्यापिका राजकुमारी ने दिनांक: 05: 04: 2021 को प्राधानमंत्री से शिकायत किया लेकिन सीओ मडि़याहूं पूरी की पूरी कहानी पलटते हुए अपने आख्या में लिखा कि ये पुष्टिकारक साक्ष्य नहीं है। इस तरह वे एक भ्रष्टाचारी अधिकारी को बचाकर अपने दामन पर एक दाग लगा लिये।
अत: ऐसे पुलिस अधिकारियों के विरूद्ध किसी रिटायर्ड जज या इंटेलिजेंस एजेंसी से जांच करवाकर उन्हें पूरी तरह हमेंशा के लिए पदमुक्त कर देना चाहिए अन्यथा ये पूरे शासन-प्रशासन पर एक बदनुमा धब्बा बनकर उसे कलंकित करते रहेंगे।
क्षेत्राधिकारी मडि़याहूं की पीएम को दी गई गलत रिपोर्ट जो थानाध्यक्ष श्याम दास वर्मा को बचाने के लिए दिया ताकि वो बर्खास्तगी से बच जाए