मोदी है जिसका रास्ता है संतुष्टीकरण और दूसरी तरफ घमंडिया गठबंधन है जिसका मॉडल है तुष्टीकरण है। उपरोक्त बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज गुरुवार को उत्तर प्रदेश के लालगंज, जौनपुर, भदोही और प्रतापगढ़ में आयोजित विशाल जनसभाओं को संबोधित करते हुए कही। आगे मोदी जी ने दो पार्टियों कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के तुष्टीकरण एवं भ्रष्टाचार में लिप्त होने पर करारा प्रहार किया।
मोदी जी ने कहा कि आज दुनिया के अखबारों में भारत के लोकतंत्र की खबरें छाई हुई हैं। पूरा विश्व देख रहा है कि जनता का आशीर्वाद भाजपा और एनडीए को मिल रहा है। पूरे देश ‘अबकी बार 400 पार’ के नारों से गुंजायमान हो उठा है। दुनिया यह जन समर्थन देख रही है कि भारत के लोगों को मोदी की गारंटी पर कितना भरोसा है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून मोदी की गारंटी का ताजा उदाहरण है। कल ही सीएए कानून के तहत लोगों को भारत की नागरिकता देने का कार्य शुरू हो गया है। यह वो लोग हैं, जो शरणार्थी बनकर लंबे समय से देश में रह रहे हैं, यह वही लोग हैं जो धर्म के आधार पर हुए भारत के बंटवारे का शिकार हुए थे। श्री मोदी जी ने कहा कि महात्मा गांधी ने स्वयं भरोसा दिया था कि बंटवारे के समय जो हिन्दू, बौद्ध, सिख और जैन दूसरे देश में रह गए हैं, वो कभी भी भारत आ सकते हैं। घमंडिया गठबंधन के नेता गांधी जी का नाम लेकर सत्ता की सीढ़ियां तो चढ़ जाते हैं लेकिन उनकी बातों को याद नहीं रखते। 70 वर्षों में हजारों परिवार प्रताड़ना झेलकर अपनी बेटियों की इज्जत बचाने के लिए मजबूरन भारत मां की गोद में शरण लेने आए, लेकिन कांग्रेस ने उनकी कभी सुध नहीं ली, क्योंकि वो कांग्रेस के वोट बैंक नहीं हैं। शरणार्थियों में अधिकांश दलित, आदिवासी और पिछड़े समाज के लोग हैं, इसीलिए इन पर वोटबैंक की राजनीति में डूबी कांग्रेस और इंडी गठबंधन के साथियों ने भी जुल्म किए। घमंडिया गठबंधन ने सीएए के नाम पर झूठ फैलाकर पूरे देश को दंगों की आग में झोंकने का भरपूर प्रयास किया। आज भी इंडी गठबंधन के नेता कहते हैं कि मोदी के जाते ही सीएए को समाप्त किया जाएगा, लेकिन ये देश की जनता समझ चुकी है कि इंडी गठबंधन को वोट बैंक की राजनीति करनी है। ये मोदी है जिसने कांग्रेस का धर्मनिरपेक्षता का नकाब उतार दिया है। कांग्रेस ने देश को सात दशकों तक सांप्रदायिकता की आग में झोंका है लेकिन आज देश-विदेश की कितनी भी ताकतें एक साथ आ जाएं, सीएए को कोई नहीं समाप्त कर पाएगा और ये मोदी की गारंटी है। पश्चिम बंगाल से लेकर दिल्ली और पंजाब तक हजारों शरणार्थी परिवार अनाथों की तरह रह रहे थे लेकिन अब वो सम्मान के साथ रहेंगे और उनकी पहचान होगी।
श्री मोदी ने कहा कि मोदी की एक और गारंटी आज कश्मीर में भी दिखाई दे रही है। पिछले 5 -6 दशकों में कश्मीर देश के हर चुनाव का मुद्दा होता था और विपक्षी पार्टी कश्मीर के इस मुद्दे को भुनाने का प्रयास करती थी। आज विरोधियों के मुंह पर ताला लग गया है और ये नेता दबी जबान में उन इलाकों में जाकर धारा 370 को वापस लाने की बात कहते हैं। श्रीनगर में चौथे चरण में हुए मतदान में 40 वर्ष के बाद भारत के लोकतंत्र का उत्सव मनाया गया है और मतदान करके लोग वहां के गर्व की अनुभूति कर रहे थे। श्रीनगर के लोगों के जीवन में ये बहुत बड़ा दिन था और उन लोगों का उत्साह साफ दिखा रहा था कि अब कोई भी दल 370 वापस लाने की बात कहकर वोटबैंक की राजनीति नहीं कर पाएगा। देश की माताएं सदैव कश्मीर में देश के सेवा में डटे अपने बेटे की चिंता में रहती थी, लेकिन मोदी ने कश्मीर में शांति की गारंटी दी थी और मोदी ने 370 की दीवार गिराकर इस गारंटी को पूरा किया है। पहले कश्मीर में चुनाव के समय हड़ताल होती थी, मतदान करने वालों को मौत की सजा दी जाती थी लेकिन इस बार श्रीनगर में मतदान के रेकॉर्ड टूट गए हैं। ऐसा काम वही कर सकता है कि जिसके रग-रग में “राष्ट्र प्रथम” का संकल्प बह रहा हो।
यशस्वी प्रधानमंत्री जी ने कहा कि जौनपुर तो देश को आईएएस, आईपीएस देने वाला जिला है। एनडीए सरकार परीक्षाओं की प्रक्रिया नई और पारदर्शी बनाने में जुटी है। पहले केन्द्र सरकार की ग्रुप-सी और ग्रुप-डी की भर्तियों में इंटरव्यू होते थे लेकिन मोदी ने इंटरव्यू प्रकिया को समाप्त किया, ताकि युवाओं को बेवजह की परेशानी न हो और पारदर्शिता के साथ उनका चयन हो। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी सरकार ने बड़ा फैसला लिया, अब इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई भी अपनी भाषा में की जा सकती है। कांग्रेस और इंडी गठबंधन इसका भी विरोध करते हैं। ये लोग देश के युवाओं का उज्ज्वल भविष्य नहीं चाहते हैं। भाजपा ने मेडिकल परीक्षा में ओबीसी आरक्षण दिया, सामान्य वर्ग के गरीबों को भी 10 प्रतिशत आरक्षण दिया, पेपर लीक माफिया के खिलाफ भी मोदी सरकार ने सख्त कानून बनाया है। भजपा सरकार हर जिले में मेडिकल कॉलेज बना रही है, रिकॉर्ड संख्या में आईआईटी और आईआईएम बनाए जा रहे हैं।
श्री मोदी जी ने कहा कि 10 वर्ष पहले कांग्रेस शासन के दौरान देश में एक सामान्य व्यक्ति की सुरक्षा भगवान भरोसे होती थी और आजमगढ़ को इस मामले में पूरी तरह बदनाम कर दिया गया था। देश में कहीं भी धमाके होने पर लोगों का ध्यान सबसे पहले आजमगढ़ पर जाता था और तब यहां समाजवादी पार्टी की सरकार आजमगढ़ की प्रतिष्ठा के लिए कुछ नहीं करती थी। उस समय सपा के शहजादे अखिलेश यादव आतंक के समर्थन में दंगाइयों का सम्मान करते थे, धमाके करने वाले आतंकियों को छोड़ा जाता था और स्लीपर सेलों को राजनीतिक संरक्षण दिया जाता था। देश भर में आतंकवाद फला फूला और अनेक माताओं ने अपने बेटों को बर्बाद होते देखा लेकिन विपक्ष का रवैया कभी नहीं सुधरा। सपा और कांग्रेस भले दो हो , लेकिन उनकी दुकान एक ही है। ये लोग झूठ, तुष्टीकरण, परिवारवाद और भ्रष्टाचार का सामान बेचते हैं। अब विपक्ष तुष्टीकरण की ट्रिपल डोज लेकर आए हैं। पहले लोग विकास की बात करते थे तो दिल्ली और मुंबई की चर्चा होती थी लेकिन अब देश और दुनिया काशी और अयोध्या की भी चर्चा करती है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि एक तरफ विपक्ष पिछड़े, दलित और आदिवासियों का आरक्षण छीन कर अपने वोट बैंक को देना चाहता है, दूसरी तरफ इंडी गठबंधन जनता की संपत्ति का आधा हिस्सा छीन कर वर्ग विशेष को देना चाहते हैं और साथ ही ये पार्टियां देश के बजट का 15 प्रतिशत भी अल्पसंख्यकों को आवंटित करना चाहती हैं। देश की एकता के लिए, देश में सच्चे अर्थ में संविधान का सम्मान और बाबा साहब अंबेडकर की भावनाओं को जीने के लिए जनता को “बांटो और राज करो” करने की राजनीति करने वालों से सतर्क रहना होगा। देश को सबसे ज्यादा एकता की जरूरत है। कांग्रेस ने 70 वर्षों तक हिंदू-मुसलमान किया, लेकिन आज हम सब एक बन कर चलें और विश्व में भारत का नाम रोशन करें। इंडी गठबंधन तुष्टीकरण के दल-दल में पूरी तरह धंस चुका है। समाजवादी पार्टी के नेताओं आए दिन राम मंदिर के बार में आपत्तिजनक बयान दे रहे हैं। कांग्रेस के शहजादे ने तो खुश करने के लिए राम मंदिर को गालियां देने का मिशन शुरू कर दिया है। वोटबैंक को खुश करने के लिए कांग्रेस भारत की जनता की आस्था पर चोट कर रही है। इस चुनाव में दो मॉडल आमने सामने हैं। एक ओर मोदी है जिसका रास्ता है संतुष्टीकरण और दूसरी तरफ घमंडिया गठबंधन है जिसका मॉडल है तुष्टीकरण। देश में जब सपा-कांग्रेस का तुष्टीकरण मॉडल चलता था तब सामाजिक न्याय के नाम पर दलित, पिछड़ों और गरीबों के साथ छल किया जाता था। कच्चे घर, गंदा पानी, खुले में शौच, बिजली और गैस का अभाव था। गरीबों को दयनीय स्थिति में जीना पड़ता था और युवाओं को पलायन करना पड़ता था। जब युवा बाहर जाते थे तो उनके घरों पर माफिया और गुंडे कब्जा कर लेते थे। भाजपा के संतुष्टीकरण मॉडल ने यूपी में माफिया की कमर तोड़ी है।
श्री मोदी ने कहा कि मोदी जनता का जीवन बेहतर करने के लिए दिन रात मेहनत कर रहा है। आज भाजपा सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों के कारण ही हर गरीब को पक्का घर, नि:शुल्क राशन, नल से जल और सस्ता सिलेंडर मिल रहा है। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने कभी जनता की चिंता नहीं की और जनता को अपने हाल पर छोड़ दिया था। लेकिन ये मोदी है जो आपके जीवन से हर चिंता को दूर कर रहा है। मोदी ने अब सबका साथ, सबका विकास के मंत्र पर चलते हुए 70 वर्ष से अधिक आयु के हर वर्ग, जाति और धर्म के बुजुर्गों को आयुष्मान भारत के दायरे में लाने का निर्णय लिया है। घर में किसी बुजुर्ग को कोई बीमारी होने पर घर के बेटा बच्चों की परवरिश और बुजुर्गों की सेवा के बीच दुविधा में फंस जाता है लेकिन अब ये चिंता देश का बेटा मोदी करेगा एवं ये मोदी की गारंटी है। मोदी ने पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत घरों पर सौर पैनल लगाने के लिए 75 हजार रुपए तक की मदद देने और बिजली के बिल को शून्य करने की पहल शुरू की है एवं प्रयोग के बाद शेष बची बिजली को बेचकर जनता बिजली से कमाई भी कर पाएगी। आज भाजपा सरकार में उत्तर प्रदेश का तेज विकास हो रहा है। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में मंदुरी हवाई अड्डे का निर्माण हुआ है, महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय बना है, किसान कल्याण के काम हो रहे हैं लेकिन इन विकास कार्यों के देखकर अखिलेश यादव के पेट में दर्द होने लगता है। अखिलेश को लगता है कि अगर इस क्षेत्र का विकास हो गया तो उनकी दुकान बंद हो जाएगी।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि कांग्रेस का अस्तित्त्व तो उत्तरप्रदेश में पहले ही समाप्त हो चुका है और अब सपा भी मान चुकी है कि इस चुनाव में उसके लिए कुछ भी नहीं बचा है। इसलिए सपा वाले भदोही से मैदान छोड़कर ही भाग गए। सपा-कांग्रेस के लिए जमानत बचाना भी मुश्किल हो गया है इसलिए ये भदोही में सियासी प्रयोग कर रहे हैं। ये उत्तर प्रदेश में तृणमूल की राजनीति का ट्रायल करना चाहते हैं। टीमसी की राजनीति का अर्थ तुष्टीकरण का जहरीला तीर, राम मंदिर को अपवित्र बताना, राम नवमी मनाने पर प्रतिबंध, बांग्लादेशी घुसपैठियों को संरक्षण, वोट जिहाद, हिंदुओं की हत्या, दलितों-आदिवासियों का उत्पीड़न और महिलाओं पर अत्याचार करना है। मनीष शुक्ला जैसे कई भाजपा कार्यकर्ताओं की बंगाल में हत्या हो गई और तृणमूल कांग्रेस के विधायक ने कहा है कि हिंदुओं को गंगा में डुबोकर मार देंगे। समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश को इसी दिशा में लेकर जाना चाहती है। सपा सरकार में आतंकियों को विशेष सुरक्षा मिलती थी। सपा सरकार आतंकी संगठन सिमी पर मेहरबान थी और सिमी के सरगना को जेल से छोड़ दिया था जिसके बाद यूपी में कई जगह बम धमाके हुए थे और लोगों की जान गई थी। इसलिए बुआ-बबुआ का गठबंधन टूटा। लेकिन सपा अब बंगाल से नई बुआ लेकर आई है, इन बुआ-बबुआ से सैंकड़ों मील दूर रहना ही अच्छा है। समाजवादी के शहजादे की नई बुआ, उनकी इतनी करीबी हैं तो वे अपनी बुआ से ये क्यों नहीं पूछते कि बंगाल में बुआ उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों को बाहरी क्यों कहती हैं? बंगाल में जाने वाले यूपी के लोगों को तृणमूल कांग्रेस गालियां क्यों देती है? टीएमसी और सपा को तुष्टीकरण जोड़ता है। तुष्टीकरण के ये ठेकेदार भारत की पहचान बदलना चाहते हैं। सपा नेता कह रहे हैं कि राम मंदिर बेकार है, कांग्रेस के शहजादे कोर्ट के फैसले को बदलकर राम मंदिर में ताला लगाना चाहते हैं लेकिन उत्तर प्रदेश की जनता उनकी महत्वकांक्षाओं को पूरा नहीं होने देगी।
श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने रातों-रात ओबीसी के आरक्षण पर डाका डालकर एक विशेष वर्ग को दे दिया और ये मॉडल इंडी गठबंधन पूरे देश में लागू करना चाहता है लेकिन मोदी के रहते हुए ओबीसी, एससी और एसटी का आरक्षण कोई नहीं छीन सकता। कांग्रेस वाले नई एक्सरे मशीन लेके आए हैं और देश की जनता की संपत्ति का एक्सरे करके उनकी संपत्ति छीनना चाहते हैं। कांग्रेस का इरादा है कि मां-बाप मृत्यु के बाद अपने बच्चों को कुछ न देके जाएं। शहजादों के खेल और नीतियां खतरनाक हैं। इनके सहयोगी दल उत्तर प्रदेश के लोगों को अपशब्द कहते हैं तो सपा-कांग्रेस वाले अपने कानों में रुई डाल लेते हैं।
माननीय प्रधानमंत्री जी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के गुंडा राज में बाजार शाम 7 बजे बंद हो जाते थे, माताएं-बहनें बाहर नहीं निकल पाती थीं, पढ़ाई-लिखाई के लिए भी बेटियों का निकलना मुश्किल था लेकिन आज उत्तर प्रदेश इन सभी संकटों से बाहर निकल आया है। मुख्यंमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने माफिआओं का सफाया कर दिया है। भाजपा का लक्ष्य मुबारकपुर के साड़ी उद्योग और निजामाबाद के मिट्टी के बर्तन जैसे उत्पादों को वैश्विक बाजारों तक पहुंचाना है। भाजपा ‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र को आगे बढ़ा रही है। आजमगढ़ और पूर्वांचल को देश के विकास का इंजन बनाने के लिए जनता का वोट बहुत महत्वपूर्ण है। आने वाले 5 वर्षों में मोदी-योगी पूर्वांचल की तस्वीर और तकदीर दोनों बदलने वाले हैं। आज उत्तर प्रदेश की पहचान एक्सप्रेस-वे से हो रही है। यूपी में 6 एक्सप्रेस-वे हैं और 5 नए बन रहे हैं। पहले उत्तर प्रदेश में 7 एयरपोर्ट थे लेकिन आज 17 एयरपोर्ट हैं और 3 बन रहे हैं। उत्तर प्रदेश में रेलवे लाइन भी डबल हो गई है। नए संसद भवन में भदोही की कालीन लगी हैं। भाजपा सरकार में एक जिला-एक उत्पाद योजना तेज गति से आगे बढ़ रही है। सपा सरकार में ‘एक जिला, एक माफिया’ हुआ करता था। हर जिले में अलग माफिया का साम्राज्य था। सपा सरकार ने एक-एक जिला माफियाओं को ठेके पर देकर रखा था।
श्री मोदी ने कहा कि हाल में जब मैं समुद्र के भीतर द्वारिका जी के दर्शन करने गया था तब भी कांग्रेस उसका उपहास कर रही थी। बिहार में राजद और उत्तर प्रदेश में सपा नेता अपने आप को यदुवंशी कहते हैं लेकिन भगवान श्री कृष्ण को अपशब्द कहने वालों के साथ बैठे हैं जबकि भाजपा ने यदुवंश को महत्व देकर मध्य प्रदेश में श्री मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने उपस्थित जनसैलाब से स्थानीय प्रत्याशियों को प्रचंड बहुमत से विजयी बनाकर देश में पुनः भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने का आह्वान किया।