विश्व पुस्तक मेले में स्वर समर्पण द्वारा
हिंदू, मुस्लिम, सिक्ख और इसाई धर्म के बीच आपसी सम्बन्ध को बेहतर करने और उनके बीच भाईचारे को बरक़रार रखने के लिये स्वर समर्पण, न्यू दिल्ली द्वारा एक अनूठा भक्ति संगीत कार्यकर्म ‘Music For Moksh’ आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम की अवधारणा स्वर समर्पण अनुष्ठान के प्रमुख गुरु आचार्य अभिमन्यु द्वारा की गई।
स्वर समर्पण विश्वास करता है कि संगीत का कोई धर्म नहीं होता और जितने धर्म हैं उनको बांधने का एक कोई माध्यम है तो वह संगीत है। यही एक माध्यम है जिससे भाईचारा और शांति स्थापित हो सकती है। आधुनिक विज्ञान तो संगीत को मरीज के लिए सबसे बड़ी दवा मान चुकी है। इसलिए स्वर समर्पण संगीत के माध्यम से विश्व शांति और स्वस्थ समाज के लिए इस प्रकार के कार्यक्रम देशभर में आयोजित करता है।
विश्व पुस्तक मेले के दौरान, NBT के आमंत्रण पर यह कार्यक्रम हंसध्वनी थियेटर में प्रस्तुत किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में National Book Trust के अध्यक्ष श्री बलदेव भाई शर्मा और वरिष्ठ पत्रकार श्री किशोर द्विवेदी ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
प्रसिद्ध पार्श्व गायक और गुरु, आचार्य अभिमन्यु, बॉलीवुड पार्श्व गायक जीत प्रमाणिक, प्रसिद्ध गायिका कविता भरद्वाज और रूपजीत कौर ने अपनी आवाज और गायन से लोगों के मन को मंत्रमुग्ध कर दिया।