जानिये, उत्तर प्रदेश के भ्रष्ट अधिकारियों के विरूद्ध कौन चलवाने जा रहा है प्रचण्ड आंदोलन

दिल्ली/उप्र। अखिल भारत हिन्दू महासभा उप्र के भ्रष्ट अधिकारियों के विरूद्ध पूरे उत्तर प्रदेश व दिल्ली में प्रचण्ड आंदोलन चलवाने जा रही है।

उपरोक्त जानकारी हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित बाबा नंद किशोर मिश्रा द्वारा उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को भेजे एक पत्र से चला, जिसका  दिनांक : 16-09-2024, संदर्भ संख्या : 619 एबीएचएमएस, 2024 है। 

     हिंदू महासभा का कहना है कि कुछ भ्रष्ट अधिकारियों के कारण योगी जी की छवि, उनकी सरकार को बहुत गहरा धक्का लगता है और इसके कारण जनता के मन में सरकार के प्रति असंतोष व अविश्वास भी पैदा होता है। इसलिए हिंदू महासभा ने यह फैसला लिया है कि उप्र में जितने जिले हैं और जहां-जहां से शिकायत मिल रहा है वहां-वहां के भ्रष्ट अधिकारियों की सूची तैयार की जाएगी और इन भ्रष्टाचारियों को आजीवन पदमुक्त (DISMIS) के लिए आंदोलन चलावाया जाएगा।

आगे पत्र में हिमस ने आंदोलन चलाने का लक्ष्य भी बताया कि : 

 प्रथम, अधिकारी जनता के साथ अन्याय करते हैं उन्हें न्याय नहीं मिल पाता इससे जनता के अंदर सत्ता पक्ष के प्रति आक्रोश रहता है जिसके कारण माननीय मुख्यमंत्री योगी जी की छवि को गहरा धक्का लगता है।

दूसरा : कुछ भ्रष्ट अधिकारी रिश्वत के लोभ में जान बूझकर योगी जी की छवि को खराब कर रहे है, सत्ता पक्ष के प्रति जन-आक्रोश पैदा कर रहे हैं जिससे माननीय मुख्यमंत्री योगी जी का भविष्य खराब हो जाए।

तीसरा : कहीं किसी विवाद में मुकदमा चलता रहता है तो अधिकारीगण रिपोर्ट में लिखकर देते हैं कि मुकदमा चल रहा है मगर  उपरोक्त मुकदमें में कोई नया आदेश न्यायालय से पारित कराकर कोई व्यक्ति लाता है तब भी अधिकारी न्यायालय के आदेश की अवमानना करके रिपोर्ट में लिखते हैं मुकदमा चल रहा है जबकि नए न्यायालय के आदेश को इसलिए उसका पालन नही कराते क्योंकि वे या तो आदेश पालन करवाने वाले से रिश्वत चाहते हैं या आदेश लाने वाले के विपक्षी से रिश्वत खाकर अपने उपर के अधिकारियों को गुमराह करते रहते हैं कि मुकदमा चल रहा है, एतएव ऐसे अधिकारियों को हिंदू महासभा किसी भी स्थित में छोड़ेगी नहीं। हिंदू महासभा उत्तर प्रदेश के साथ-साथ दिल्ली में भी आंदोलन चलाने का निर्णय लिया है जिसके लिए वो दृढ़ प्रतिज्ञ है।

हिन्‍दू महासभा का आंदोलन का स्‍वरूप कुछ इस प्रकार होगा :

                                  सोशल मीडिया

     इसमें  आंदोलन जैसे 1-फेसबुक, 2- ट्वीटर, 3-इंस्‍टाग्राम, 4-ब्‍लॉग, 5-वेबसाइट और 6- यू ट्युब  के माध्‍यम से  भ्रष्टाचारियों की काली करतूत पूरे देश को दिखाई जाएगी।

                              दिल्ली और लखनऊ में  प्रेस कांफ्रेंस

    दिल्‍ली के व लखनऊ में दोनो जगह प्रेस-कांफ्रेंस करके भ्रष्टाचारियों की सच्चाई बताई जाएगी। दिल्ली में अधिकतर राष्ट्रीय मीडिया रहता है और यहां प्रेस-कांफ्रेंस करने से पूरे देश में एक राष्ट्रीय मेसेज जाता है।

                                   प्रेस को विज्ञप्ति व पत्र

     भ्रष्टाचार के बारे में क्षेत्रीय मीडिया, प्रादेशिक मीडिया, राष्ट्रीय मीडिया व मैगजीनों को पत्र भी लिखा जाएगा और, प्रदेश के भ्रष्ट अधिकारी जनता को बेवजह परेशान करते हैं, भ्रष्टाचार करते हैं उनके विरूद्ध आंदोलन में मीडिया संस्थानों का साथ लिया जाएगा।

                                          जिला प्रेस-कांफ्रेंस

जिस जिला में भ्रष्टाचार की घटना रहेगी वहां मुख्य शहर में भी प्रेस कांफ्रेंस किया जाएगा।

                                              धरना-प्रदर्शन

1-  भ्रष्टाचार के विरूद्ध लखनऊ विधान सभा के सामने प्रदर्शन व घेराव  आदि करना। 

2- भ्रष्टाचार के विरूद्ध दिल्‍ली के जंतर-मंतर  व उत्तर प्रदेश भवन, दिल्ली पर धरना-प्रदर्शन आदि करना ।

3- भ्रष्टाचार के विरूद्ध मुख्य जिला शहर में भी प्रदर्शन किया जाएगा, यदि पुलिस से जुड़ा भ्रष्टाचार होगा तो एसपी कार्यालय के सामने और यदि राजस्व से जुड़ा मामला है तो डीएम कार्यालय के सामने प्रदर्शन होगा।

                                                नुक्कड़ सभाएं

   नुक्कड़ सभाओं के माध्यम से जनता को भ्रष्टाचार के प्रति जागरूक किया जाएगा, क्योंकि कुछ अधिकारी ऐसे हैं जो जानबूझकर ऐसा व्यवहार जनता के साथ कर रहे हैं, किसी के शिकायत में ऐसा रिपोर्ट जनता रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं कि जिससे जनता के अंदर सत्ता के प्रति विरोध व विद्रोह की भावना पनपे और बलवती होकर सत्ता के प्रति आक्रोशित हो व वर्तमान सत्तारूढ़ सरकार को सत्ताच्युत कर दे।

                                देश के प्रमुख सांसदों व विधायकों को पत्र

     उप्र में राजस्व व पुलिस विभाग में फैले भ्रष्टाचार के लिए अधिक से अधिक सांसदों को पत्र लिखा जाएगा, ताकि वे भ्रष्टाचार, भ्रष्ट अधिकारियों के विरूद्ध कठोर से कठोर कानून बना सके और इस तरह के भ्रष्टाचार के मामले को संसद में उठाने के लिए कहा जाएगा और मांग किया जाएगा कि भ्रष्टाचारियों को कड़ी से कड़ी सजा वाला कानून संसद में भी पारित हो।

भ्रष्ट अधिकारियों के लिए आजीवन बर्खास्तगी के लिए आंदोलन चलाया जाएगा

    जो अधिकारी एक बार नहीं बार-बार भ्रष्टाचार करते पकड़ा गया है, फिर भी वह भ्रष्टाचार नहीं छोड़ रहा है तो ऐसे भ्रष्ट अधिकारी के लिए आजीवन बर्खास्त करने के लिए आंदोलन चलाया जाएगा।

     भू-माफियाओं से साठगांठ करने वाले अधिकारियों के विरूद्ध प्रचण्ड आंदोलन चलेगा जब तक उन्हें आजीवन बर्खास्त नहीं किया जाता।

आंदोलन की शुरूआत जौनपुर जिला से 

हिन्दू महासभा स आंदोलन की शुरूआत हम सबसे पहले उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले से करेगी और इसके लिए कुछ भ्रष्ट अधिकारियों के नाम भी उसने चयनित किये हैं व हिमस के पास उनके विरूद्ध प्रमाण भी हैं। इस आंदोलन की शुरूआत में सबसे पहले उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में तहसील मड़ियाहूं को लिया है क्योंकि हिंदू महासभा का दावा है कि पास अकाट्य प्रमाण हैं कि इस मड़ियाहूं तहसील के कई लेखपाल व अन्य बड़े अधिकारी जैसे कुछ पूर्व तहसीलदार, पूर्व एसडीएम आदि बहुत ही भ्रष्टाचार किये हैं और वो मामले आज-तक निस्तारित नहीं हुए और ये उपरोक्त अधिकारी सिविल कोर्ट के आदेश होने के बावजूद मामले को निस्तारित न करके मुकदमा चल रहा है ऐसा रिपोर्ट में लिखकर मामले को निस्तारित बता देते हैं, ऐसे भ्रमित करने वाले रिपोर्ट के आड़ में कोर्ट के आदेश तक की अवहेलना तक कर देते है और इसके लिए कुछ भ्रष्ट अधिकारियों के नाम भी हमने चयनित किये हैं जो कि पुलिस व राजस्व विभाग से संबंधित है व हमारे पास उनके विरूद्ध प्रमाण भी हैं जिसे एक-एक करके आपको क्रमश: प्रमाण सहित देंगे।

                            पुलिस विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों के नाम

  1. श्याम दास  (पूर्व थानाध्यक्ष बरसठी (जौनपुर, उप्र), पीएनओ संख्या : 943010018) 2- राम सरीख (पूर्व थानाध्यक्ष बरसठी (जौनपुर, उप्र), पीएनओ संख्या : 960600467)  3- हरीश (सिपाही, बरसठी, जौनपुर उप्र, पीएनओ संख्या : 192383686) 4- संत प्रसाद उपाध्याय (पूर्व सीओ, मड़ियाहूं तहसील, जौनपुर, उप्र) 5- अशोक कुमार सिंह (सीओ मड़ियाहूं) 6- राम नारायन भारती (पूर्व उपथानाध्यक्ष, बरसठी, जौनपुर, उप्र, पीएनओ संख्याा : 870920369)

-(ध्यान दें : राम सरीख (पूर्व थानाध्यक्ष बरसठी (जौनपुर, उप्र), पीएनओ संख्या : 960600467)  18/03/2022 को एक महिला व उसके पति को घर में घुसकर मारा व उसकी बेटियों व परिवार को मारा-पीटा बुरी तरह निर्वस्त्र किया, ऐसा उपरोक्त थानाध्यक्ष के उपर आरोप है जिसमें कुछ पुलिस आदि भी घर में उपरोक्त थानाध्यक्ष का साथ देने के लिए घर में घुसे उनके नाम हैं ) 7- सिपाही महेश चौधरी 8- अश्वनी कुमार 9- सिपाही राजू 10- सिपाही चंचल यादव ) 11- कांस्टेबल बलवंत प्रसाद (पीएनओ संख्या : 112501277 : ध्यान रहे सिपाही बलवंत उपरोक्त पीड़िता के पति को पहले धमकी दिया था कि आपके अंदर ताकत नहीं क आप बुचड़खाना को बंद करवा दोगे, तेरे जैसे पंडित को देख लेंगे मगर वो घर में नहीं घुसा था)

    तहसील मड़ियाहूं, जौनपुर उप्र के राजस्व विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों के नाम

01-अर्चना ओझा, (पूर्व एसडीएम मड़ियाहूं, जौनपुर, उप्र) 02-संजय मिश्र, पूर्व एसडीएम, तहसील मड़ियाहूं, जौनपुर, उप्र  03- लाल बहादुर (पूर्व एसडीएम मड़ियाहूं, जौनपुर, उप्र) 04- मंसूर (पूर्व लेखपाल, ग्राम: परियत, तहसील मड़ियाहूं, जौनपुर, उप्र) 06- राम शिरोमणि प्रजापति (पूर्व लेखपाल परियत, तहसील मड़ियाहूं, जौनपुर, उप्र ) 07- राम सुधार (पूर्व तहसीलदार, मड़ियाहूं, जौनपुर, उप्र) 08- ओम प्रकाश सिंह (पूर्व राजस्व निरीक्षक, निगोह, जौनपुर, उप्र )।

 

 पत्र में हिंदू महासभा ने मुख्यमंत्री से कुछ प्रमुख मांगे रखी हैं जो इस प्रकार हैं :
 

-उत्तर प्रदेश के राजस्व विभाग व पुलिस विभाग उप्र  मिलकर कई पत्रकारों के परिवारों को बहुत कष्ट दे रहे हैं और आज-तक उपरोक्त कष्ट देना जारी हैं, उनके बहू-बेटियों पर धाराएं लगाकर बदनाम कर रहे हैं, राजस्व विभाग और पुलिस विभाग उनके काम नहीं कर रहे हैं, ऐसे परिवार वाले लोगों के काम को कराया जाए।

जिन उत्तर प्रदेश के निवासीजनों का काम भ्रष्ट अधिकारियों के कारण नहीं हो पाया उनके कार्य को अविलंब कराया जाए।

-यदि किसी विवादित मामले में मुकदमा चल रहा है मगर कोई नया आदेश कोर्ट का आया है तो उसे डीएम, एसडीएम अविलंब पारित करवाएं और जो न कराएं सरकार उन्हें जेल भेजने का रास्ता साफ करें या उन्हें छुट्टी देकर घर भेजें।

-उपरोक्त भ्रष्ट अधिकारियों के संपत्ति की जांच की जाए व करीबी रिश्तेदारों पर भी दृष्टि डाली जाए यदि कुछ गड़बड़ लगे तो उन रिश्तेदारों को भी जांच के दायरे में लाया जाए।

भ्रष्ट अधिकारियों जो जनता का काम बिना रिश्वत के नहीं करते उन्हें आजीवन बर्खास्त किया जाए।

भ्रष्टाचार के विरूद्ध देश-प्रदेश में कठोर  कानून बनें।
 

हिंदू महासभा का कहना है कि जिन भ्रष्ट अधिकारियों की उपरोक्त सूची सौंपी गई हैं अतिशीघ्र मुख्यमंत्री को एक-एक कर प्रमाण दिया जाएगा।