पाकिस्तान की सुपर मॉडल ‘‘ कंदील बलौच ‘‘ की बेरहमी से हत्या कर दी गई है।
पाकिस्तान की सुपर मॉडल ‘‘ कंदील बलौच ‘‘ की हत्या कोई अप्रत्याशित घटना नहीं है। पाकिस्तान ही क्यों बल्कि किसी भी इस्लामिक देश में महिलाओं का सुपर मॉडल बनना या आईकॉन बनना आत्मघाती होता है। कंदील बलौत से पूर्व कई वैसी महिलाओं की हत्या हो चुकी है, उत्पीड़न की शिकार बनी है, जिन्होंने इस्लामिक पुरूष भोगवाद की संस्कृति को चुनौती दी थी और महिला अधिकारों के लिए संघर्षरत थी।
इतना ही नहीं मलाला से लेकर कंदील बलौच तक एक लंबी लाइनें हैं । अत्यंत दु:ख की बात है कि कंदील बलौच की हत्या उसके भाई ने ही की है। कंदील बलौच के खुले विचारों से कट्टरपंथी उसके पीछे पड़े हुए थे। कंदील बलौच जैसी महिलाओं को अपने अनुसार जिंदगी जीने का अधिकार है। पर इस्लामिक संस्कृति में कंदील बलौत जैसी महिलाएं कट्टरपंथी हिंसा की भेंट चढ जाती है। दलाल भारतीय चैनलों ने कंदील बलौच की हत्या पर चुप्पी साध रखी है, आखिर क्यों ? वोट बैंक की राजनीति का घिनौना खेल यहां के सेकुलर नेताओं को खेलना है।