केन्दीय मंत्री श्री जीतन राम मांझी ने केन्द्रीय बजट 2024-25 की सराहना करते हुए माननीय प्रधानमंत्री जी को धन्यवाद दिया और अपने वकत्वय के द्वारा यह बताया कि बजट में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय में कौशल विकास और रोजगार युवा, महिला एवं किसानों पर फोकस किया गया है। सुगम बैंक, ऋण, मुद्रा लोन अब 10 से 20 लाख तक किया गया है। कारोबार सीमा 500 करोड़ से घटकर 250 करोड़ कर दी गई है। 50 मल्टी प्रोडक्ट फूड प्रोडक्ट यूनिट और पीपीपी मोड में ई कॉमर्स निर्यात केन्द्र स्थापित किए जाएंगे।
एमएसएमई के अन्तर्गत सेवा-सुविधाओं पर फोकस करते हुए बजट 2024-25 में निम्न बिन्दुओं पर भी प्रकाश डाला गया है:-
अब बैंक से ऋण लेना और आसान होगा।
मुद्रा लोन की सीमा 10 से 20 लाख तक बढ़ी।
खरीदारों को ट्रेडर्स प्लेटफार्म पर अनिवार्य रूप से शामिल करने के लिए कारोबार की सीमा को 500 करोड़ से घटाकर 250 करोड़ किया गया।
एमएसएमई क्षेत्र में 50 मल्टी प्रोडक्ट फूड यूनिट स्थापित करने के लिए वित्तीय सहायता मिलेगी।
एमएसएमई तथा पारंपरिक कारीगरों को इंटरनेशनल मार्केट में उनके प्रोडक्ट को बेचने में सक्षम बनाया जाएगा तथा उसके लिए पीपीपी मोड में ई-कॉमर्स निर्यात केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
एमएसएमई क्षेत्र में 50 मल्टी प्रोडक्ट फूड यूनिट स्थापित करने के लिए वित्तीय सहायता
एमएसएमई तथा पारंपरिक कारीगरों को इंटरनेशनल मार्केट में उनके प्रोडक्ट को बेचने में सक्षम बनाया जाएगा
पीपीपी मोड में ई-कॉमर्स निर्यात केंद्र स्थापित किए जाएंगे
बजट 3.0 में बिहार को केन्द्र की तरफ से प्रदान की गई सौगात में निम्न बिन्दु शामिल हैं:-
बिहार के लिए 26,000 हजार करोड़ का पैकेज दिया जाएगा।
गया में औद्योगिक हब बनाने का प्रस्ताव है।
काशी की तर्ज पर महाबोधि और विष्णुपद मंदिर कॉरिडोर बनेगा।
राजगीर और नालंदा का व्यापक विकास होगा।
पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे, बक्सर-भागलपुर राजमार्ग और बक्सर में गंगा नदी पर दो पुलों का निर्माण किया जाएगा।
बोधगया, राजगीर, वैशाली और दरभंगा में सड़कों के काम में तेजी लाई जाएगी।