अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए जारी निर्वाचन प्रक्रिया में विभिन्न प्रदेश अध्यक्षों द्वारा प्रत्याशियों का नामांकन का प्रस्ताव स्वागत समिति ( चुनाव समिति ) को भेजने की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर व्यतीत हो जाने के बाद चुनाव की तस्वीर साफ हो गई है । स्वागत समिति के अध्यक्ष विक्रम दिवाकर सिंह ने आज जारी बयान में यह जानकारी देते हुए बताया कि विभिन्न प्रदेशों से प्राप्त प्रस्तावों में हिन्दू महासभा के निवर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी त्रिदंडी जी महाराज और निवर्तमान राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी के नाम राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के प्रत्याशी के रूप में सामने आए हैं ।
स्वागत समिति के अध्यक्ष विक्रम दिवाकर सिंह ने जारी बयान में बताया कि 10 अक्टूबर से 20 अक्टूबर के मध्य विभिन्न प्रदेशों से प्राप्त नामांकन पत्रों की आज स्क्रूटनी समिति द्वारा सभी नामांकन पत्रों की जांच की गई । जांच में गोवा और अरुणाचल प्रदेश से प्राप्त नामांकन पत्र को तकनीकी त्रुटी के कारण रद्द कर दिया गया । शे सभी नामांकन पत्रों को वैद्य पाया गया । नामांकन पत्रों की जांच पूर्ण होने के बाद अध्यक्ष पद के लिए स्वामी त्रिदंडी जी महाराज और रविन्द्र कुमार द्विवेदी को संवैधानिक रूप से प्रत्याशी घोषित किया गया ।
जारी बयान के अनुसार 23 अक्टूबर से 30 अक्टूबर के मध्य प्रदेश अध्यक्षों द्वारा प्रत्याशियों के नाम वापस लेने की समय सीमा निर्धारित की गई है । यदि नामांकन का प्रस्ताव भेजने वाले प्रदेश द्वारा अपने प्रत्याशी का नाम वापस लिया जाता है तो दूसरा प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित कर दिया जाएगा । किसी भी प्रत्याशी का नामांकन वापस न लेने पर स्वामी त्रिदंडी जी महाराज और रविन्द्र कुमार द्विवेदी के मध्य मतदान होगा । विभिन्न प्रदेशों द्वारा अपनी अपनी प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में दोनों प्रत्याशियों में से किसी एक प्रत्याशी के पक्ष में मतदान का निर्णय लिया जाएगा । प्रदेश अध्यक्षों द्वारा 20 नवंबर तक अपने प्रदेश द्वारा निर्धारित मत स्वागत समिति को भेजना अनिवार्य है । स्वागत समिति द्वारा गठित मतगणना समिति द्वारा 22 नवंबर को प्राप्त मतों की गणना की जाएगी और सर्वाधिक प्रदेशों से मत प्राप्त करने वाले प्रत्याशी को निर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित किया जाएगा । निर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष और उनकी नवगठित कार्यकारिणी 22 दिसंबर को लखनऊ में आयोजित हो रहे 65 वें राष्ट्रीय अधिवेशन में सत्र 2021 – 2024 तीन वर्षीय कार्यकाल का उत्तरदायित्व संभालेंगे ।