*मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने देश की राजधानी में अग्रणी उद्योग संचालकों व निवेशकों के समक्ष गुजरात की प्रभावशाली, प्रोत्साहक और गतिशील वाइब्रेंट विकास गाथा की दो दशकों की सफलता का वर्णन किया*
* मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने देश के अग्रणी उद्योग संचालकों को आगामी वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में हिस्सा लेने एवं गुजरात में निवेश के लिए दिया आमंत्रण*
*प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और निरंतर मार्गदर्शन में गुजरात सक्रिय नीति-आधारित दृष्टिकोण, निवेशक अनुकूल नजरिये और मजबूत औद्योगिक बुनियादी ढांचे के कारण निवेश का सर्वाधिक पसंदीदा गंतव्य बना हैः मुख्यमंत्री*
*मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेलः-*
*• प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दो दशक पहले बोया गया वाइब्रेंट समिट का बीज आज विशाल वटवृक्ष बन गया है*
*• प्रधानमंत्री के “विकसित भारत@2047” के विजन को वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट का 10वां संस्करण ‘गेट-वे टू द फ्यूचर’ की थीम के साथ साकार करेगा*
*• गिफ्ट सिटी, धोलेरा SIR, ग्रीनफील्ड पोर्ट्स, ड्रीम सिटी, अहमदाबाद-मुंबई हाईस्पीड रेल प्रोजेक्ट जैसे फ्यूचर रेडी मेगा प्रोजेक्ट्स द्वारा गुजरात विकसित भारत के प्रधानमंत्री के लक्ष्य को पूरा करने को संकल्पबद्ध है*
*• 10वीं वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में सेमीकंडक्टर, सस्टेनेबल मैन्युफैक्चरिंग, ग्रीन हाइड्रोजन, रिन्यूएबल एनर्जी और इंडस्ट्री 4.0 जैसे महत्वपूर्ण विषयों के सेमिनार एवं सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे*
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दो दशक पहले गुजरात की क्षमता और अवसरों को दुनिया के समक्ष प्रस्तुत कर नए उद्योगों, नई टेक्नोलॉजी और नए रोजगार अवसर पैदा करने के लिए शुरू की गई वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट से गुजरात विकास के रोल मॉडल के रूप में स्थापित हो गया है।
यह बात उन्होंने जनवरी, 2024 में आयोजित होने जा रहे वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के 10वें संस्करण के संदर्भ में शुक्रवार को देश की राजधानी नई दिल्ली में अग्रणी उद्योग संचालकों एवं निवेशकों के साथ आयोजित कर्टेन रेज़र इवेंट को संबोधित करते हुए कही।
गुजरात के वित्त एवं ऊर्जा मंत्री श्री कनुभाई देसाई, केंद्रीय राज्य मंत्री श्रीमती दर्शना जरदोष और डॉ. महेन्द्र मुंजपरा तथा गुजरात के उद्योग मंत्री श्री बलवंतसिंह राजपूत, उद्योग राज्य मंत्री श्री हर्ष संघवी सहित राज्य सरकार के वरिष्ठ सचिव इस बैठक में उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी हमेशा समय से एक कदम आगे की सोच रखने वाले दूरदर्शी नेता हैं। 2003 में जब किसी ने इस तरह की बिजनेस और इन्वेस्टमेंट समिट के बारे में सोचा भी न था, तब उन्होंने एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य की भावना के साथ वाइब्रेंट समिट का विचार बीज रोपित किया था।
इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के माध्यम से श्री नरेन्द्र मोदी दुनिया के पूंजी निवेशकों और थॉट लीडर्स को एक साथ, एक मंच पर लेकर आए और एक ऐसा अभिनव विचार दिया जिसके तहत सभी साथ मिलकर आगे बढ़ सकें। अब प्रधानमंत्री ने पिछले नौ वर्षों में अपने दूरदर्शी नेतृत्व से देश में भी अनेक नए दृष्टिकोणों वाले सुधारों के जरिए वैश्विक स्तर पर भारत की एक नई पहचान बनाई है।
उन्होंने कहा कि गुजरात ने तो पिछले दो दशक से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में भारत के ग्रोथ इंजन के रूप में प्रतिष्ठा अर्जित की है। उन्होंने दृढ़तापूर्वक कहा कि इस प्रतिष्ठा को दिलाने में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट की महत्वपूर्ण भूमिका है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आज तो वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट बिजनेस नेटवर्किंग, ज्ञान के आदान-प्रदान और सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए रणनीतिक साझेदारी का एक महत्वपूर्ण मंच बन गई है।
मुख्यमंत्री ने इस बात का भी उल्लेख किया कि वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट की दो दशकों की इस भव्य सफलता का जश्न गुजरात ने प्रधानमंत्री की उपस्थिति में हाल ही में ‘समिट ऑफ सक्सेस’ के रूप में मनाया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा बोया गया वाइब्रेंट समिट का विचार बीज अब एक वटवृक्ष बन गया है। उनके ही मार्गदर्शन में ‘टीम गुजरात’ वाइब्रेंट समिट की उज्ज्वल परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए कर्तव्यरत है।
श्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि इस कर्टेन रेज़र इवेंट में उपस्थित उद्योगपति और निवेशक देश के अमृत काल के गवाह हैं। उन्होंने कहा कि इस अमृत काल में गुजरात के निरंतर हो रहे विकास और विकास-उन्मुख शासन से भारत की विकास यात्रा को भी बल मिला है।
देश के ऐसे महत्वपूर्ण कालखंड में आयोजित होने जा रही 10वीं वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट की थीम ‘गेट-वे टू द फ्यूचर’ की अवधारणा पर रोशनी डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात प्रधानमंत्री के 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के विज़न को इस समिट के माध्यम से आगे लेकर जाएगा।
उन्होंने कहा कि सक्रिय नीति-आधारित दृष्टिकोण, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस यानी कारोबार सुगमता, निवेशक अनुकूल नजरिये और मजबूत औद्योगिक बुनियादी ढांचे के परिणामस्वरूप गुजरात सबसे पसंदीदा निवेश गंतव्य बन गया है।
इतना ही नहीं, गुजरात देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए ‘गेट-वे टू द फ्यूचर’ बनने के लिए भी पूरी तरह से तैयार है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने इस संदर्भ में यह भी कहा कि गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (GIFT सिटी), धोलेरा विशेष निवेश क्षेत्र (धोलेरा SIR), डायमंड रिसर्च एंड मर्केंटाइल सिटी (DREAM सिटी), ग्रीनफील्ड पोर्ट्स और अहमदाबाद-मुंबई हाईस्पीड रेल प्रोजेक्ट जैसे फ्यूचर रेडी मेगा प्रोजेक्ट्स के माध्यम से प्रधानमंत्री के विजन “विकसित भारत @2047” को साकार करने में गुजरात ने अपना योगदान देने की शुरुआत कर दी है। उन्होंने कहा कि GIFT सिटी में एयरक्राफ्ट लीजिंग, फाइनेंसिंग एंड फिनटेक हब जैसे नए उभरते क्षेत्र विकसित हो रहे हैं।
बैठक में उन्होंने बताया कि धोलेरा SIR भारत का सबसे बड़ा ग्रीनफील्ड इंडस्ट्रियल रीजन और ग्रीनफील्ड स्मार्ट इंडस्ट्रियल सिटी बनेगा।
मुख्यमंत्री ने सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले फैब के उत्पादन में भी गुजरात को सर्वाधिक पसंदीदा गंतव्य के रूप में स्थापित करने का संकल्प व्यक्त करते हुए कहा कि गुजरात ने देश में सबसे पहले सेमीकंडक्टर पॉलिसी लागू की है।
श्री भूपेंद्र पटेल ने इस बारे में भी विस्तार से बताया कि नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में भी गुजरात ने नेतृत्व करते हुए प्रधानमंत्री के नेट जीरो इनोनॉमी के संकल्प के अनुरूप कई पहलें की हैं।
उन्होंने कहा कि देश की कुल नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता में गुजरात की हिस्सेदारी 15 फीसदी है। राज्य की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता 20 गीगावाट तक पहुंच गई है। इसके अलावा, गुजरात ने ग्रीन हाइड्रोजन मिशन के अंतर्गत भी 100 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य रखा है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि आगामी जनवरी-2024 में आयोजित होने जा रही वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में ऐसे नए उभरते क्षेत्रों नवीकरणीय ऊर्जा, सेमीकंडक्टर, सस्टेनेबल मैन्युफैक्चरिंग, ग्रीन हाइड्रोजन, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और इंडस्ट्री-4.0 जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर सेमिनार और सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।
उन्होंने यह विश्वास व्यक्त किया कि विकास की अपार संभावनाओं के लिए गुजरात के साथ जुड़ने को इच्छुक निवेशकों के लिए 10वीं वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट एक सुनहरा अवसर बनेगी।
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने सतत और समावेशी वृद्धि वाले इकोसिस्टम के निर्माण में निवेशकों और उद्योगकारों के सहयोग से वाइब्रेंट समिट के जरिए सफलता प्राप्त करने की उम्मीद भी जताई।
इस अवसर पर गुजरात सरकार के मुख्य सचिव श्री राज कुमार ने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट की निरंतर सफलता के कारण गुजरात प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के देश को 5 ट्रिलियन US डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के संकल्प में अग्रिम योगदान देगा।
मुख्य सचिव ने आगे कहा कि पॉलिसी ड्रिवन स्टेट और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस तथा सुशासन के कारण देश और दुनिया के निवेशकों के लिए गुजरात में उद्योगों और निवेश की सुगमता देश में सबसे अधिक है। उन्होंने इसका श्रेय प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व को दिया। मुख्य सचिव ने यह भी कहा कि ग्रीन हाइड्रोजन के क्षेत्र में भी मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल की अगुवाई में गुजरात नेतृत्व करने को तैयार है।
इस अवसर पर भारत सरकार के उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (DPIIT) के सचिव ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
गुजरात के उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री एस.जे. हैदर ने गुजरात की सर्वग्राही वाइब्रेंट विकास गाथा पर प्रस्तुतिकरण दिया।
आर्सेलर मित्तल निप्पन स्टील इंडिया के सीईओ श्री दिलीप ओमेन, मारुति सुजुकी के प्रबंध निदेशक और सीईओ श्री हिसाशी ताकेयुची तथा यूके इंडिया बिजनेस काउंसिल के ग्रुप सीईओ श्री रिचर्ड मेक्कलम ने वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के संदर्भ में अपने अनुभव साझा किए।
एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (ASSOCHAM) के अध्यक्ष और वेलस्पन समुह के चेयरमैन श्री बीके गोयनका ने स्वागत भाषण में गुजरात की व्यापार-कुशलता और निवेश अनुकूल नीति युक्त वातावरण की प्रशंसा करते हुए कहा कि गुजरात यानी बिजनेस और बिजनेस यानी गुजरात, यह बात साकार हो रही है।
इस कर्टेन रेज़र इवेंट में विभिन्न क्षेत्रों के 1500 से अधिक निवेशकों और उद्योगपतियों ने हिस्सा लिया।