समाज

असम हिंसा की आग

असम से उठी आग अब देश के दूसरे हिस्सों में भी फैल चुकी है। बोडो-गैर बोडो (जिसमें अधिकाँश अवैध बांग्लादेशी ...

अंधेरे में आधा भारत

जुलाई के अंतिम दो दिन बिजली ने आधे भारत को गच्चा दे दिया। शहरी जिंदगी में हाहाकार मच गया। मतलब ...

‘पाक अधिकृत’ नहीं, ‘पाक काबिज’ कश्मीर लिखें!

  भारत की आजादी के बाद जम्मू और कश्मीर पर पाकिस्तान की सेना ने कबायलियों के बेश में आक्रमण किया था, ...

आर्थिक असमानता की खाई चौड़ी करते अमीर

क्रिसिल रिसर्च तथा कोटकवेल्थ के एक अध्ययन के मुताबिक़ वैश्विक अनिश्चितता एवं घरेलू मोर्चे पर आर्थिक सुस्ती के बावजूद देश ...

भ्रष्टाचार करते हैं अफसर, बदनाम होते है विधायक

समाज में यह समान्य धारणा है कि नेता भ्रष्ट होते हैं। कमीशन लेकर लोगों को ठेका दिलाते हैं। लेकिन छत्तीसगढ़ ...

खून से बुझती पानी की प्यास

एक और पर्यावरण दिवस बीत गया. जल जंगल और वातावरण की चिंताओं के बीच प्रकृति को बचाने की संकल्प शक्ति ...

जाकिर को मारो जूते चार

समाज में आज तमाम विध्वंसात्मक तथा परस्पर सामाजिक वैमनस्य फैलाने वाली वह शक्तियां भी सक्रिय देखी जा सकती हैं जो ...

आम आदमी की कीमत पर नेताओं की रक्षा

देश इस वक़्त आतंरिक तौर पर कड़े अनुभवों से दो-चार हो रहा है। अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और पुलिस ...

दलित आरक्षण सवालों के कटघरे में

  हिन्दुस्तान का ताना-बाना प्रारंभ से ही विभिन्न जाति, धर्म, भाषाओं का रहा है। हम इतिहास के पन्नों को पलटे तो ...

गुस्सा फूटेगा तो हाथ छूटेगा

बेतहाशा मंहगाई के इस दौर में जहां राजनीतिक अस्थिरता खुलकर सामने आ रही है वहीं आम-आदमी का गुस्सा भी अब ...