विश्ववार्ता

गहरी चाल: शह और मात

            समय, स्थिति, परिस्थिति के अनुसार ही नीति का निर्धारण होता है, नीति होती ही है काम चलाऊ, जबकि सिद्धांत ...

राजनाथ सिंह ने बिल्कुल ठीक किया

गृहमंत्री राजनाथसिंह अगर चाहते तो बांग्लादेश के गृहमंत्री की तरह इस्लामाबाद नहीं जाते। दक्षेस-गृहमंत्रियों की बैठक का बहिष्कार कर देते ...

भारत-पाक: तिल का ताड़ ?

पाकिस्तान के स्कूलों से भारतीय राजनयिकों के बच्चों को हटाया जा रहा है। इस साधारण-सी कार्रवाई को लेकर खबरपालिका हरकत ...

हजारा लोगों का नर-संहार

काबुल में जिनका नर-संहार हुआ है, उन्हें ‘हजारा’ लोगों के नाम से जाना जाता है। हजारा लोगों को चंगेज खान ...

वैचारिक आतंकवाद फैलाने वाले यह ‘स्वतंत्र नायक

                कथित इस्लामी शिक्षा के स्वयंभू उपदेशक डा० ज़ाकिर नाईक का नाम इन दिनों एक बार फिर चर्चा में है। ...

फ्रांस में मुसलमानों के दुश्मन

फ्रांस के शहर नीस में जैसा जघन्य कांड हुआ है, उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। 80 से ज्यादा ...

चीन की दादागीरी

हेग के अन्तरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण ने दक्षिण चीन सागर के मामले में चीन को चित कर दिया है। उसका फैसला यह ...

युद्ध अपराधियों का मुंसिफ बन जाना…

                2003 में अमेरिका-ब्रिटेन व उसके सहयोगी देशों द्वारा इराक पर अकारण थोपे गए युद्ध का जिन्न एक बार फिर ...

बेचारी अंग्रेजी!

भारत में अंग्रेजी महारानी है और भारतीय भाषाएं नौकरानी! लेकिन देखिए कि ग्रेट ब्रिटेन की नाक के नीचे अंग्रेजी का ...

ढाकाः हसीना और तस्लीमा-दोनों सही

ढाका में आतंकवादियों ने जो नर-संहार किया, वह अपने आप में अपूर्व था। मुझे ऐसा याद नहीं पड़ता कि किसी ...