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किसानों के अंधेरे घर से सियासी दीया जलाने का हुनर
यह कल्पना के परे है कि मरते किसानों के बीच से कुछ किसानो को चुन लिया जाये और फिर उनके ...
फसल ऊपरवाला ले गया, नौकरी अखिलेश और जमीन मोदी
सात रुपये का चेक। किसी किसान को मुआवजे के तौर पर अगर सात रुपये का चेक मिले तो वह क्या ...
सियासत तले दबे किसानों का दर्द कौन समझेगा ?
किसानों के हक में है कौन, यह सवाल चाहे अनचाहे भूमि अधिग्रहण अध्यादेश ने राजनीतिक दलों की सियासत तले खड़ा ...
“जिस दिन वोट पड़ेंगे, उस दिन हम उजड़ जायेंगे”
जिस दिन वोट पड़ेंगे उस दिन हम उजड़ जायेंगे। कोई नेता, कोई मंत्री, कोई अधिकारी इस गांव में झांकने तक ...
पथरा गई पीली क्रांति
विकास की रफ्तार में खेती के दरकिनार होने का मुद्दा गाहे-बगाहे सतह पर आता है। मुद्दे में इतनी गर्मी नहीं ...
खेत ची जमीन श्मशान आहे…. : महाराष्ट्र सूखा-आखिरी पार्ट
सत्ता की मस्ती में मरते किसान ए खेत ची जमीन नाही..श्मशान चे जमीन आहे। संयोग से यह बात विदर्भ से लेकर ...
पानी गटक गई शुगर लॉबी : महाराष्ट्र सूखा- पार्ट 2
लातूर एक बेहतरीन उदाहरण है कि कैसे शुगर लॉबी ने पानी से लेकर खेती तक को हड़प लिया। 1972 के ...
बेइज्जत होता किसान-महाराष्ट्र सूखा पार्ट-1
महाराष्ट्र में सूखा सिर्फ किसानों के लिये है। खेती की जमीन के लिये है। उद्योंगों, शुगर फैक्ट्री, पांच सितारा होटल ...
मरते किसानों पर शोक या चकाचौंध अर्थवयवस्था पर जश्न
दिल्ली से आगरा जाने के लिये राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 24 आजादी से पहले से बना हुआ है। इस रास्ते आगरा ...
तपती जमीन तपते सवाल
पेड़ों को रखे आस-पास, तभी रहेगी मानसून की आस। दिल्ली से रानीखेत की तरफ जाते पहाड़ के गांवों की दीवार पर ...
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