देश की समस्या

भारतीय न्याय व्यवस्था पर श्वेत-पत्र

उदारीकरण से देश में सूचना क्रांति, संचार, परिवहन, चिकित्सा आदि क्षेत्रों में सुधार अवश्य हुआ है किन्तु फिर भी आम ...

तो पानी का संकट भारत के लिये खतरे की घंटी है

पानी के संकट को नहीं इसके धंधे को समझे तो पानी का संकट भारत के लिये खतरे की घंटी है। क्योंकि ...

क़र्ज़ माफ़ी की ज़रूरत किसे है

ग़रीब हमेशा अपनी मेहनत की कमाई खाता है. वह किसी से क़र्ज़ लेगा, तो ब्याज़ समेत उसे देगा. ग़रीबों का ...

‘भारत माता की जय’ पर फतवों की बौछार

मंहगाई,भूख,बेरोज़गारी,भ्रष्टाचार तथा महिलाओं व दलितों पर हो रहे अत्याचार से जूझ रहे भारत महान में शातिर राजनेताओं की साजि़श के ...

…अब और न हो सड़क पर मौत

हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने सड़क दुर्घटना में जख्मी लोगों को मदद करने और अस्पताल पहुंचाने वाले लोगों को ...

मोदी सरकार ढुलमुल पाक नीति

                       2014 के लोकसभा चुनाव के पूर्व देश में घूम-घूम ...

यह खर्च दुगुना कैसे हो गया?

किसी भी देश की विदेश नीति और विदेश व्यापार को संचालित करने के लिए नेताओं और अफसरों की विदेश यात्राएं ...

शब्दों की बाज़ीगरी से विभाजित होता समाज

                       हमारे देश में सक्रिय हिंदूवादी संगठनों द्वारा देश के ...

जाति से पिंड कैसे छूटे?

जन्मना जाति-व्यवस्था भारत का अभिशाप है। उसे भंग करने का नारा महर्षि दयानंद और डॉ राममनोहर लोहिया जैसे समाज सुधारकों ...