देश की समस्या

भारत का फलता-फूलता मुकदमेबाजी उद्योग

भारतीय न्यायतंत्र उर्फ मुकदमेबाजी उद्योग ने बड़ी संख्या में रोजगार उपलब्ध करवा रखा है। देश में अर्द्ध–न्यायिक निकायों को छोड़कर ...

कन्हैया पर हो रहे हमलों का औचित्य ?

                दिल्ली के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार का नाम देश ...

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) तब अौर अब-भाग 3

हिंदुत्व की बदलती व्याख्याएँ श्री गोलवलकर जी द्वारा गोडसे को आर.एस.एस. का स्वंयसेवक होने से नकारने व नेहरु तथा कांग्रेस के ...

यथार्थ के आईने में कांग्रेस व संघ मुक्त भारत ?

                2014 में हुए लोकसभा के आम चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा उनके सिपहसालारों द्वारा पूरे देश में घूम-घूम ...

असम में बदरुद्दीन के सपनों में लगने लगा है विराम

वोटों के लालच में सोनिया कांग्रेस भी बांग्लादेशी मुसलमानों को असम में आने की परोक्ष रूप से सुविधा प्रदान करती ...

दब्बू सरकार अंजीर के पत्ते से अपनी नग्नता ढकने की कोशिश कर रही है

यह विदेशनीति है या मजाक ? हमारी दब्बू सरकार अंजीर के पत्ते से अपनी नग्नता ढकने की कोशिश कर रही है। ...

यह जादू-टोना कब बंद करेंगे ?

मुख्यमंत्रियों और उच्च न्यायाधीशों के सम्मेलन में इस बार भारत के मुख्य न्यायाधीश तीर्थसिंह ठाकुर यदि रो नहीं पड़ते तो ...

‘कृषि प्रधान देश  में गहराता जल संकट

                 हालांकि हमारे देश के कुछ राज्यों के कुछ इलाके सूखे जैसी प्राकृतिक विपदा का सामना हमेशा से ही करते ...

भारतीय न्याय व्यवस्था पर श्वेत-पत्र

उदारीकरण से देश में सूचना क्रांति, संचार, परिवहन, चिकित्सा आदि क्षेत्रों में सुधार अवश्य हुआ है किन्तु फिर भी आम ...

तो पानी का संकट भारत के लिये खतरे की घंटी है

पानी के संकट को नहीं इसके धंधे को समझे तो पानी का संकट भारत के लिये खतरे की घंटी है। क्योंकि ...