Author: सौरभ मालवीय

साहित्य और समाज
साहित्य समाज का दर्पण है, समाज का प्रतिबिम्ब है, समाज का मार्गदर्शक है तथा समाज का लेखा-जोखा है. किसी भी ...
“ताजमहल भगवान शंकर का प्राचीन मंदिर था “
अनेक विचारकों ने गहन शोध के उपरान्त इस स्थापत्य को बारहवी शताब्दी के पूर्वार्ध में निर्मित भगवान शंकर का मंदिर ...
वसंतोत्सव : प्रेम का पर्व
प्राचीन काल से ही भारतीय संस्कृति में ऋतुओं का विशेष महत्व रहा है. इन ऋतुओं ने विभिन्न प्रकार से हमारे ...
अटलजी, जिन्होंने कभी हार नहीं मानी
भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर विशेष टूटे हुए तारों से फूटे वासंती स्वर पत्थर की छाती में उग आया ...
दीनदयाल उपाध्याय
जन्मशती वर्ष पर विशेष (जयंती 25 सितंबर) मानवता के कल्याण का विचार है एकात्म मानवदर्शन मनुष्य विचारों का पुंज होता है और ...
भारतीयता की प्रतिनिधि भाषा हिन्दी
भारतीय समाज में अंग्रेजी भाषा और हिन्दी भाषा को लेकर कुछ तथाकथित बुद्धिजीवियों द्वारा भम्र की स्थिति उत्पन्न की जा ...
रक्षाबंधनः भारतीय संस्कृति का प्रतिनिधि पर्व
रक्षाबंधन भारतीय संस्कृति का प्रतिनिधि पर्व है ।अनेकानेक श्रेष्ठतम आदर्शों उच्चतम प्रेरणाओ,महान प्रतिमानों और वैदिक वांग्मय से लेकर अद्यतन संस्कृति ...
” संस्कृति -एक परिचय “
संस्कृति का उद्देश्य मानव जीवन को सुन्दर बनाना है। मानव की जीवन पद्धति और धर्माधिष्ठित उस जीवन पद्धति का विकास ...
” हिन्दू और हिन्दुत्व “
हिन्दू शब्द का प्रयोग कब प्रारम्भ हुआ यह बताना कठिन है। परन्तु यह सत्य है कि हिन्दू शब्द अत्यंत प्राचीन ...