Author: पुण्य प्रसून बाजपेयी

पुण्य प्रसून बाजपेयी के पास प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में 20 साल से ज़्यादा का अनुभव है। प्रसून देश के इकलौते ऐसे पत्रकार हैं, जिन्हें टीवी पत्रकारिता में बेहतरीन कार्य के लिए वर्ष 2005 का ‘इंडियन एक्सप्रेस गोयनका अवार्ड फ़ॉर एक्सिलेंस’ और प्रिंट मीडिया में बेहतरीन रिपोर्ट के लिए 2007 का रामनाथ गोयनका अवॉर्ड मिला।

मोदी के लिये पवार हथियार भी और ढाल भी
पवार का खुला समर्थन बीजेपी को सरकार बनाने के लिये गया क्यों। क्या बीजेपी भी शिवसेना से पल्ला झाड कर ...
“जिस दिन वोट पड़ेंगे, उस दिन हम उजड़ जायेंगे”
जिस दिन वोट पड़ेंगे उस दिन हम उजड़ जायेंगे। कोई नेता, कोई मंत्री, कोई अधिकारी इस गांव में झांकने तक ...
कौन है गठबंधन तोड़ने वाले “खलनायक’ !
कौन नहीं चाहता था गठबंधन । महाराष्ट्र की सियासत में लाख टके का सवाल अब यही हो गया है । ...
जो आज सही है वह 2035 में गलत हो सकता है !
21 बरस गुजर गये। देश ने पांच प्रधानमंत्रियों को देख लिया। और इस दौर में कमोवेश देश के हर राजनीतिक ...
भ्रष्टाचार के सत्ताधारी नैक्सेस को कौन तोड़ेगा
एक लाख 70 हजार करोड़ का 2 जी घोटाला और 1लाख 86 हजार करोड़ के कोयला घोटाले ने मनमोहन सरकार ...
सांप्रदायिकता पर सियासी संवेदनशीलता के क्या कहने
लोकसभा चुनाव से पहले और लोकसभा चुनाव के बाद के हालात बताते है कि साप्रदायिक हिंसा चुनावी राजनीति के लिये ...
हां, मैं हाफिज सईद से मिला हूं, और मै पत्रकार हूं
कितनी बेमानी है हाफिज सईद पर खामोशी बरत पाकिस्तान से बातचीत ? अभी नरेन्द्र मोदी की बात कर रहा है, चौदह ...
आजादी से पहले के कांग्रेस सरीखा बीजेपी को बनानी चाहता है संघ
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को मोदी सरकार के प्रति नहीं बल्कि संघ परिवार के प्रति जवाबदेह होना है । इसी ...
दागियों पर नकेल कसने का मोदी फरमान
बीहड़ में तो बागी रहते हैं। डकैत तो पार्लियामेंट में होते है। याद कीजिये फिल्म पान सिंह तोमर के इस ...