Author: अर्पण जैन "अविचल"

वेब पत्रकारिता का चमकता भविष्य

सूचना और संचार क्रांति के दौर में आज प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया के बीच वेब पत्रकारिता का चलन तेजी से ...

आज़ाद भारत के वैचारिक समन्वयक बाबा साहब

बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जयंती विशेष: धरती जब किसी चरित्रवान् नेतृत्व को जन्म देती है तो निश्चित तौर पर यह नेतृत्व ...

माँ, ममता और महिला

माँ समर्थता के साथ सार्थकता की पूंजी समेटे हुए, तरंग आभामंडल की भाँति सौंदर्य की अनुपम कृति, जिसमें भावना का ...

जिद्दी खबरों का आईना

वो भी संघर्ष करती है, मंदिर-मस्जिद की लाइन-सी मशक्कत करती है, वो भी इतिहास के पन्नों में जगह बनाने के ...

कुनबे की कलह से ढहेगा समाजवादी साम्राज्य

समसामयिक: अखिलेश यादव के पार्टी से निष्कासन पर विशेष  ‘वंशवाद’शब्द नेहरू-गांधी परिवार की निंदा के लिए विद्वत्ता का मुखौटा लगाने का ...

विपक्षीय विरोध के ढीले कलपुर्जे

     घर से चौराहे तक, गली से गलियारे तक, झोपड़ी से महलों तक, किसान से कुबेर तक, संसद से सड़क तक, ...

अधूरी दास्ताँ

कुछ पुरानी यादें... और तुम्हारा साथ... वही पुराने प्रेम पत्र और अपनी बात... पलभर की गुस्ताख़ी, और अंधेरी रात... टूटें हुए मकान और सुना पड़ा खाट.. 'अवि' के ...

‘न फनकार तुझसा तेरे बाद आया, मोहम्मद रफी तू बहुत याद आया’

     सस्ती लोकप्रियता और बालीवूड का बहुत पुराना नाता हैं , किंतु जब फन को लेकर निम्न स्तर उतर ...

तिजोरियों में जमा कालेधन को उजागर करने का मोदी का नया फंडा

500-1000 के नोट का चलन बंद विशेष: वर्ष 2014 के लोकसभा चुनावों में देश के दूसरे बड़े राजनैतिक दल 'भारतीय जनता ...

पत्रकारिता : मानक नहीं मान्यता बदलना होगी

तेज गति से चलने वाले जनजीवन में पत्रकारो और पत्रकारिता का महत्व क्षणे-क्षणे कमतर होता जा रहा है, जनसामान्य ना ...