मोदी जी इसलिए नहीं चाहते कि विडियो जारी क्योंकि पाकिस्तान को भारतीय सेनाके हमला करने के तरीके का पता चल जायेगा फिर वो पूरी तरह चौकन्नी हो जाएगी। दूसरा यह कि पाकिस्तान को भारतीय सैटेलाइट कहां-कहां तक की तस्वीर ले सकती है इसका पता भी चल जायेगा जिससे वो आगे और होशियारी बरतने लगेंगे। और, पाकिस्तान को ये भी पता चल जायेगा की भारतीय राडारों की क्षमता कहा तक की है जिससे कितनी दूर बैठे हुए लोग सैन्य कार्यवाही देख सकते हैं। जबकि मोदी व सेना बिलकुल नहीं चाहते कि वो देश की राडार क्षमता का आकलन कर सकें। इसके साथ विडियो जारी करने से भारतीय सेना ने किस तरह से लॉन्चिंग पैड तक एंट्री की इसका भी खुलासा हो जायेगा।
स्ट्राइक में शामिल भारतीय सेना के जवानों की पहचान की गोपनीयता समाप्त होगी और उनके और उनके परिवार के जान को देश में रह रहे गद्दारों से खतरा हो सकता है जो जवानों के प्रति बहुत क्रूरता होगी। अंतिम यह कि भारतीय सेना किस क्वालिटी के कैमरे और तकनीक इस्तेमाल करती है इसकी गोपनीयता भी समाप्त हो जाएगी। यूं कह लें कि हमारी इतने सालों की मेहनत केजरीवाल, संजय निरूपम, दिग्विजय सिंह जैसे गद्दारों के कारण पल भर में मिट्टी में मिल जाएगी। केजरीवाल जैस गद्दार सत्ता के लिए किसी भी स्तर तक नीचे गिर सकते हैं या यूं कहले कि ये सब गटर की पैदाइश व नक्सली विचारधारा के हैं। इस समय अधिकतम राजनीतिक पार्टियां जिन्ना के मुस्लिम लीग एजेण्डे पर काम कर रही हैं।