डॉ0 दयाराम आलोक
मूंग दाल को अक्सर लोग हरी दाल कहते हैं। कुछ लोगों को लगता है कि मूंग दाल बीमारी में खाने के लिए होती है जबकि मूंग दाल में इतने पौष्टिक तत्व होते हैं कि हमें अपनी डाइट में उसे अक्सर शामिल करना चाहिए। एक कटोरी पकी हुई मूंग दाल में 100 से भी कम कैलोरी होती है।हर दाल के अपने पौष्टिक गुण होते हैं. वैसे दाल में प्रोटीन की भरपूर मात्रा पाई जाती है. यही वजह है कि बढ़ रहे बच्चों को दाल का अधिक से अधिक सेवन करने की सलाह दी जाती है. हालांकि तमाम दालों के बीच मूंग की दाल को स्वास्थ्य के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है.
*आमतौर पर इसे रोगियों के भोजन के तौर पर देखा जाता है क्योंकि ये बहुत जल्दी पच जाती है. लेकिन इसका यह बिल्कुल भी मतलब नहीं है कि यह स्वाद में फीकी होती है. मूंग की दाल को तरीके से बनाया जाए तो यह भी किसी भी अन्य दाल की ही तरह स्वादिष्ट लगती है.
*वज़न घटाने में मददगार-
बहुत से लोग इन दिनों वज़न घटाने को लेकर परेशान रहते हैं। इसके लिए आसान और असरदार उपाय है मूंग। ये न सिर्फ आपकी कैलोरी इनटेक घटाती है बल्कि आपको लंबे वक्त तक भूख नहीं लगने देती। रात के खाने में आप चपाती के साथ एक कटोरी मूंग दाल खाएं, और बस, आपको भरपूर पोषण मिल जाएगा। कैलोरी इनटेक कम हो जाने से आप जल्दी वज़न घटा पाएंगे।
*मूंग की दाल से कई चीजें बनती हैं. कुछ लोग इससे पापड़ बनाते हैं, कुछ बड़ियां तो कुछ लोग इसका लड्डू खाना पसंद करते हैं. पर मूंग दाल का हलवा भारतीय व्यजंनों का एक प्रमुख हिस्सा है. मूंग दाल की सबसे बड़ी खासियत ये है कि यह सुपाच्य होती है और ठंडक प्रदान करती है.
*टायफाइड होने पर इसके सेवन से रोगी को बहुत राहत मिलती है लेकिन सादी मूंग की दाल का सेवन फायदेमंद रहता है.
*ब्लड प्रेशर पर कंट्रोल
ग्रीन ग्राम यानी मूंग की मदद से आप आसानी से अपना ब्लड प्रेशर नियंत्रण में और कोलेस्ट्रॉल लेवल कम कर सकते हैं। ये सोडियम के प्रभाव को कम कर देता है, जिससे की ब्लड प्रेशर बढ़ता नहीं है। ऐसे में आपको हेल्दी और एक्टिव जिंदगी जीने में आसानी होती है।
*मूंग की छिलके वाली दाल को दो घंटे के लिए पानी में भिगो दें| इसके बाद इसे पीसकर गाढ़ा लेप दाद और खुजली युक्त स्थान पर लगाएं,लाभ होगा |
*किसी भी बीमारी के बाद शरीर कमजोर हो जाता है. मूंग की दाल खाने से शरीर को ताकत मिलती है.
* मूंग को हल्का गर्म करके पीस ले. फिर इस पाउडर में कुछ मात्रा पानी की मिलाकर लेप की तरह पूरे शरीर पर मसाज करें. अगर आपको बहुत अधिक पसीना आने की शिकायत है तो इस लेप से वह दूर हो जाएगी.
*अगर आपको दाद, खाज-खुजली की समस्या है तो मूंग की दाल को छिलके सहित पीस लें. इस लेप को प्रभावित जगह पर लगाने से फायदा होगा.
*मूंग को छिलके सहित खाना चाहिए | बुखार होने पर मूंग की दाल में सूखे आंवले को डालकर पकाएं | इसे रोज़ दिन में दो बार खाने से बुखार ठीक होता है और दस्त भी साफ़ होता है |
*आयरन का अच्छा स्रोत
अगर आपको आयरन की कमी है, तो अपने खाने में मूंग शामिल करें। आमतौर पर, वेजिटेरियन लोग अपने खाने में कम आयरन लेते हैं। अपनी डायट में ये छोटा सा बदलाव करके आप आयरन की कमी दूर कर सकते हैं जिससे आपका एनीमिया का जोखिम भी कम हो जाएगा।
*मूंग की दाल खाने में शीतल व पचने में हलकी होती है |
*मूंग दाल की खिचड़ी खाने से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है.