माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 06 अप्रैल को पश्चिम बंगाल के कूच बिहार और हावड़ा में आयोजित विशाल जन-सभाओं को संबोधित किया और कहा कि पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आ रही है, ममता दीदी की विदाई तय है।
श्री मोदी ने कहा कि पश्चिम बंगाल का यह विधानसभा चुनाव महत्वपूर्ण है। 10 साल तक दीदी ने यहां जिस तरह विश्वासघात किया, उसका जवाब इस बार उन्हें बराबर बंगाल की जनता दे रही है। दीदी की तोलाबाज़, सिंडिकेट, अन्याय, अत्याचारी और हत्याचारी सरकार से हर कोई परेशान है। बंगाल और नंदीग्राम ही नहीं, बल्कि दीदी से तो अब नंदी भी अपनी नाराजगी खुलकर जताने लगे हैं। हर गांव में माताओं-बहनों का बहुत अधिक दबाव टीएमसी के कार्यकर्ताओं पर है। दबाव ये है कि वो गरीब-मध्यम वर्ग को लूटने वालों, खून बहाने वालों, हमारी आस्था, हमारी श्रद्धा को अपशब्द देने वालों का साथ छोड़ दें। अपने नेताओं के खिलाफ टीएमसी के भीतर जो गुस्सा था, वो हर रोज और तेज़ हो रहा है। दीदी को बंगाल के भाई-बहन नहीं दिखाई देते, उन्हें तो बस ‘भोट (वोट)’ दिखाई देता है। वो आप पर पैसा लेकर रैली में आने का इल्जाम लगाती हैं! वो आप पर पैसा लेकर ‘वोट’ देने का इल्जाम लगाती हैं! दीदी में इतना अहंकार हो गया है कि वे बंगाल के ‘वोटर’ भाई-बहनों को अपनी जागीर समझने लगी हैं।
माननीय प्रधानमंत्री ने कहा कि हार की हताशा में दीदी आजकल मुझ पर अपशब्दों की बौछार कर रही हैं। बंगाल के लोग दीदी का ये आचरण देखकर बहुत दुखी हैं। देश-दुनिया में इसकी चर्चा हो रही है कि बंगाल की ये कौन सी छवि दीदी प्रस्तुत कर रही हैं। आजकल दीदी को मेरे उच्चारण पर भी बहुत ऐतराज हो रहा है। मुझे पता है, मेरे बांग्ला उच्चारण में भी बहुत सारे दोष होते हैं। बावजूद इसके, मैं बांग्ला शब्द, बांग्ला वाक्य बोलता हूं क्योंकि मैं बांग्ला का बहुत सम्मान करता हूं। दीदी, इसको प्रोत्साहित करना चाहिए लेकिन वो मेरे इस प्रयास पर भी भड़की हुई हैं।
श्री मोदी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की स्थापना के प्रेरणापुंज हैं इसी धरती के पर जन्म लेने वाले डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी। डॉक्टर मुखर्जी कहते थे कि शासन ‘राज’ करने के लिए नहीं बल्कि नागरिकों के सपने पूरे करने का माध्यम होता है। यही तो असल परिवर्तन है जो पश्चिम बंगाल को चाहिए। पश्चिम बंगाल को दीदी की सरकार की दुर्नीति ने ईज ऑफ क्राइम, ईज ऑफ लूट दिया, भाजपा सरकार ईज ऑफ लिविंग और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस का असल परिवर्तन देने वाली है।
माननीय प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं आज ऐसे अवसर पर बंगाल की धरती पर आया हूँ जब भाजपा अपना स्थापना दिवस मना रही है। बंगाल की इस धरती ने भारतीय जनता पार्टी को विचार दिए हैं, संस्कार दिए हैं, प्रेरणा और ऊर्जा दी है। पिछले 2 चरणों में बड़ी संख्या में लोग अपने घरों से बाहर निकले हैं, लंबी-लंबी लाइनें लगाकर उन्होंने भाजपा के पक्ष में वोट दिया है। आज भी बहुत अच्छी वोटिंग हो रही है। बंगाल में भाजपा की ऐसी लहर चल रही है जिसने दीदी के गुंडों, दीदी के भय को किनारे लगा दिया है। मैंने सुना है कि दीदी इन दिनों सवाल पूछ रही हैं कि क्या भाजपा, भगवान है जो उसे पता चल गया है कि पहले दो चरणों में भाजपा को बड़ी जीत मिल रही है। आदरणीय दीदी, ओ दीदी, हम तो मामूली इंसान हैं, और ईश्वर की आज्ञा से, उनके आशीर्वाद से देश सेवा में लगे हैं। दीदी, आपका गुस्सा, आपकी नाराजगी, आपका व्यवहार, इन सबको देखकर, एक बच्चा भी बता सकता है कि आप चुनाव हार चुकी हैं, आप मैदान छोड़ चुकी हैं। रोज आपको कहना पड़ रहा है कि आप नंदीग्राम जीत रही हैं लेकिन जिस दिन आपने नंदीग्राम में पोलिंग बूथ में ‘खेला’ किया, जो बातें कहीं, उसी दिन पूरे देश ने मान लिया था कि आप हार गई हैं। इसके लिए भगवान से पूछने की जरूरत नहीं।
श्री मोदी ने दीदी को ललकारते हुए कहा कि आदरणीय दीदी, अभी हाल ही में आपने कहा कि सभी मुसलमान एक हो जाओ, वोट बंटने मत दो। आप ये कह रही हैं इसका मतलब है कि आपको यकीन हो गया है कि आप इलेक्शन हार गई हैं। दीदी, आप वैसे तो चुनाव आयोग को अपशब्द कहती हैं लेकिन हमने ये कहा होता कि सारे हिंदू एकजुट हो जाओ, भाजपा को वोट दो, तो हमें इलेक्शन कमीशन के 8-10 नोटिस मिल गए होते। सारे देश के एडिटोरियल हमारे खिलाफ हो गए होते।
माननीय प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की रैलियों में भारी संख्या में लोग आ रहे हैं, बहनें-बेटियां आ रही हैं लेकिन दीदी कहती हैं आप लोग पैसे लेकर यहां आते हैं। बंगाल की ईमानदार जनता पर दीदी का ये संगीन आरोप दिखाता है कि वो चुनाव हार चुकी हैं। दीदी, लोग कहते हैं आप फुटबॉल बहुत खेलती हैं। फुटबॉल में एक होता है ‘ऑन गोल’। आप चुनाव के मैदान में सेल्फ गोल कर चुकी हैं। आपने खुद ही अपनी सच्चाई स्वीकार कर ली है।
श्री मोदी ने कहा कि शिक्षकों की भर्ती हो या फिर लोगों के काम, दीदी ने सिर्फ तुष्टिकरण किया। बंगाल के सामान्य लोगों को, बंगाल के नौजवानों, यहां के किसानों को आपने अपने हाल पर छोड़ दिया।
• 10 साल तक आपके तोलाबाज बंगाल लूटते रहे, आदरणीय दीदी आप देखती रहीं।
• 10 साल यहां जब भी रक्त बहा, मां-बहनों के आंसू बहे, दीदी देखती रहीं।
• 10 साल दलित, वंचित, पिछड़ों, आदिवासियों, टी गार्डन मज़दूरों के साथ धोखा हुआ, दीदी देखती रहीं।
• 10 साल कृषक सिंचाई और भंडारण की सुविधाओं से वंचित रहे, ‘फोडे राज’ से परेशान रहा, दीदी देखती रहीं।
• TMC के कार्यकर्ता, नेता, मंत्री खेला करते रहे, दीदी देखती रही।
• 10 साल तस्करी और घुसपैठ होती रही, दीदी देखती रहीं।
• 10 साल अवैध खनन, तस्करी, ड्रग्स का सिंडिकेट फला-फूला, दीदी देखती रहीं।
माननीय प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी हाल ही में जो टेप आया है, उसमें हुई बातचीत, दीदी के 10 साल का पूरा रिपोर्ट कार्ड दे रही है। दीदी, आपने बंगाल में एक नया टैक्स शुरू कर दिया- भाइपो सर्विस टैक्स। गरीब मां-बहन ने, मेहनत का एक-एक टका जोड़ा, वो भाइपो सर्विस टैक्स में चला गया। बंगाल का युवा एक-एक टका के लिए तरस रहा है और वहां 35-40 करोड़ एक महीने में आ रहे हैं! इसी वजह से आज बंगाल के कोने-कोने से आवाज आ रही है- ‘चलो पलटाई, पलटाई। तृणमूल के सिंडिकेट का आंखों देखा हाल बताने वाला एक टेप पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। न्यू टाउन से कैसे कंस्ट्रक्शन का सिंडिकेट विकसित हुआ, कैसे हावड़ा सहित पश्चिम बंगाल के अनेक शहरों को भाइपो सर्विस टैक्स ने बेहाल कर दिया, ये पूरे देश ने सुना है।