परियत, जौनपुर, उप्र। न तो हैण्डपंप ही बना न तो हैण्डपंप खराब करने वाले दबंगों के विरूद्ध एफआईआर ऐसा कहना है ग्रॉम परियत, जौनपुर के लोगों का। ग्रॉम परियत के लोगों का कहना है कि जौनपुर डीएम के आदेश पर जल निगम का कोई इंजीनियर हैण्डपंप बनाने के लिए आया था मगर वो थोड़ी-बहुत पूछताछ करके व दबंग सुरेश चंद का मोबाइल नंबर लेकर चला गया। सनद रहे कि ग्रॉम/पोस्टः परियत, विकास खण्ड बरसठी, जिलाः जौनपुर, उप्र से एक सरकारी नल खराब होने की शिकायत आई हुई थी। ये सरकारी नल जो डेरा (रामलीला मैदान) में यह लगा हुआ है किंतु इस सरकारी हैण्डपंप में दबंग सुरेश गुप्ता पुत्र राजाराम, विजयलक्ष्मी पत्नी सुरेश गुप्ता व अनुराग गुप्ता पुत्र सुरेश गुप्ता नें बलपूर्वक उसमें कंकर-पत्थर डालकर खराब कर दिया है। इतना ही नहीं इन्होंने धमकी दी है कि यदि किसी नें इस हैंड पंप को चालू करवाया तो फिर हम लोग फिर इसमें कंकर-पत्थर डालकर बंद कर देंगे।
ज्ञात हो कि सुरेश गुप्ता एक दबंग किस्म के व्यक्ति हैं और इनकी पत्नी विजय लक्ष्मी फर्जी केस चलाकर किसी की जिंदगी बर्बाद करनें की धमकी देती रहती हैं। ग्रॉम प्रधान नें भी इस नल को चालू करानें का पूरा प्रयास किया मगर सुरेश गुप्त नें पुनः इसे न चालू करनें को कहा। जब भी इस नल को चालू करनें का हम सब मोहल्ले वाले बात भी करते हैं तो उन सबको धमकाकर चुप करा दिया जाता है और नल चलवानें की बात करनें पर गाली-गलौच, मारपीट व फर्जी कानूनी केस में फंसानें की धमकी देते हैं। पानी लेने जानें पर उनके बाल्टियों को उठाकर फेंक दिया जाता था, जिससे ये सब बहुत मजबूर होकर दूसरे जगह बहुत दूर पानी लेने जाते हैं ।
परियत ग्रॉम के लोगों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को ऑनलाइन शिकायत किया था कि ”महोदय भयंकर तपती गर्मी में हमारे कष्ट को समझते हुए इस नल को पुनः चालू करवाया जाए व नल को बल पूर्वक रोकने वालों के विरूद्ध विधिसम्मत कार्यवाही किया जाये जिससे भविष्य में इस प्रकार की कार्यवाही करनें का दु:स्साहस कोई न कर सके।”
इतना ही नहीं ग्रॉमीणों ने आगे शिकायत की थी कि ”यदि हैंडपंप को पुनः चालू करवानें पर इसमें कंकर-पत्थर पाया जाता है तो इसके लिए सुरेश गुप्ता पुत्र राजाराम, विजयलक्ष्मी पत्नी सुरेश गुप्ता व अनुराग गुप्ता पुत्र सुरेश गुप्ता को जिम्मेदार ठहराया जाए।” मगर आज-तक उनके शिकायत पर कोई कार्यवाई नहीं हुई, मामला ज्यों का त्यों लंबित पड़ा है। ग्रॉम के कुछ लोगों नें उपरोक्त शिकायत मुख्यमंत्री अखिलेश के जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से दिनांक: 10/06/2016 को किया था जिसका ऑनलाइन पंजीकरण संख्याः 40019416000768 था और जौनपुर डीएम नें इसे 15 जून 2016 को अधिशासी अभियंता, त़ृतीय रख रखाव, जौनपुर जल निगम को इस शिकायत को आगे बढ़ाया था मगर 4 जुलाई 2016 को उपरोक्त अधिशासी अभियंता नें अपनी रिपोर्ट में कहा कि उपरोक्त मामला यूपी जल निगम से संबंधित नहीं है।
जौनपुर के डीएम नें पुन: उपरोक्त ग्रॉमीणों की शिकायत को खण्ड विकास अधिकारी-बरसठी,जनपद-जौनपुर,ग्राम्य विकास विभाग को सौंपा है। उपरोक्त शिकायत अधिकारियों के हीला-हवाली व लचर रूख के कारण एक विभाग से दूसरे विभाग में घूम रहा है और इसमें कोई परेशान हो रहा है तो गाँव की गरीब जनता ।
इस मसले पर जौनपुर के डीएम को आक्रामक एक्शन लेने की आवश्यकता है वो यह कि ग्रॉम परियत के दबंगों के विरूद्ध एफआईआर करवाने की मगर अभी तक दबंगों के खिलाफ कोई कार्यवाई तो दूर एफआईआर तक थाने में दर्ज नहीं हुआ है। ऐसे में यदि हैण्डपंप यदि चालू भी हो जाए तो कल दबंग उसे फिर खराब कर दें इसकी क्या गारण्टी ? इसलिए प्रशासन को दबंगों में खौफ पैदा करने के लिए एफआईआर अत्यंत आवश्यक था जो कि प्रशासन द्वारा नही किया गया जो उसकी बहुत बड़ी भूल साबित हो सकता है ।
(समाचार चित्र डेमो के रूप में है)