मित्रों, इस वर्ष 30 अक्टूबर 2016 को दीपावली का पर्व चित्रा और स्वाति नक्षत्र में , प्रीति योग कालीन प्रदोष, निशिथ काल एवं आंशिक काल के कारण महानिशीथ व्यापिनी अमावस्या युक्त होने से विशेष पुण्य दायक रहेगी । दीपावली पूजन में अमावस्या तिथि प्रदोष निशीथ एवं महानिशीथ काल तथा तुला का सूर्य और चंद्रमा विशेष महत्वपूर्ण माने जाते हैं ।
यह सभी काल और चौघड़िया मुहूर्त महालक्ष्मी ,कुबेर, महालक्ष्मी पूजन अनुष्ठान की दृष्टि से विशेष शुभ माने जाते हैं।
प्रदोष काल मुहूर्त (व्यापर स्थल हेतु)
30 अक्टूबर 2016 (रविवार) को नई दिल्ली में सूर्यास्त 17:34 पर होगा ।।
अतः उस सायं 17:34 मिनट से लेकर 18 बजकर तक 46 मिनट तक प्रदोष काल बेला रहेगी ।
उसी समय सायं 18:29 मिनट से 20:23 मिनट तक वृषभ लग्न यह विशेष प्रशस्त है ।
प्रदोष काल में वृष लग्न स्वाति नक्षत्र तथा तुला के सूर्य चंद्र होने से अत्यंत अशुभ काल में माना गया है।
प्रदोष काल में ही सांय 17:58 से 19:28 तक शुभ की चौघड़िया और 19:29 से 20:58 अमृत के चौघड़िया रहेगें ।
अतः उपरोक्त समय में 18 बजकर 46 मिनट से 20 : 23 मिनट तक मुहूर्त व्यापार स्थल के लिए अत्यंत शुभ दायक है ।
इस समय में व्यापार स्थल पर गणेश ,लक्ष्मी, कुबेर, बहीखाता आदि पूजन करें तथा अन्य कर्मचारियों को कुछ भेंट प्रदान करें और दीप दान करें यह समय व्यापारियों तथा प्रतिष्ठान के लिए अत्यंत शुभ प्रद है।
निशीथ काल (घर में पूजा हेतु )
निशिथ काल ( नई दिल्ली ) के अनुसार 20 :34 से 23:28 तक रहेगा 21:02 से 25: 28 तक चौघड़िया और मिथुन तथा कर्क लग्न होने से यह सभी मैं अत्यंत शुभ है अतः इसी समय में निशीथ काल का पूजन करें और कनकधारा श्री सूक्त आदि पाठ करके घर का लक्ष्मी गणेश पूजन करें।
महानिशीथ काल
महानिशीथ काल 22: 29 से 26 :45 (रात्रि 2:45)तक है परंतु अमावस्या की तिथि 23 बज कर 8:00 मिनट तक है। इसीलिए यथासंभव निशित काल में ही अधिक से अधिक पूजा करें और महानिशीथ काल के समय में समापन करें इस समय में सभी यंत्र मंत्र की साधना तथा विशेष काम में प्रयोग एवं तंत्र अनुष्ठान किये जाते हैं।