पाकिस्तान की सरकार और खासतौर से फौज मन ही मन इस बात से बहुत खुश हो रही होगी कि उन्होंने कश्मीर घाटी का बदला उड़ी में चुका दिया। भारत के जवानों को जलाकर मार डाला लेकिन अब देखिए पाकिस्तान को विश्व-समुदाय कैसी सजा दे रहा है। जो मुस्लिम राष्ट्र पाकिस्तान की ज्यादतियों पर अक्सर चुप रहते हैं, इस बार वे भी बोल पड़े हैं। सउदी अरब तो पाकिस्तान का आर्थिक संरक्षक है और इस्लामी राष्ट्रों में उसका स्थान सबसे ऊंचा है लेकिन उसने भी उड़ी में हुए आतंकी हमले की कड़ी भर्त्सना की है। इस्लामी देशों के संगठन के अन्य प्रमुख सदस्यों ने भी इस बार चुप रहना ठीक नहीं समझा है। संयुक्त अरब अमारात, बहरीन और कतर जैसे मुस्लिम राष्ट्रों ने यहां तक कहा है कि आतंकवाद का मूलोच्छेद करने के लिए भारत जो भी कदम उठाएगा, हम उसका समर्थन करेंगे। दक्षेस के सदस्य और मुस्लिम राष्ट्रों- अफगानिस्तान, बांग्लादेश और मालदीव ने उड़ी-हमले की कड़ी निंदा की है।
श्रीलंका, नेपाल और भूटान ने भी इन मुस्लिम देशों की आवाज में अपनी आवाज मिलाई है। संयुक्त राष्ट्रसंघ के पांचों स्थायी सदस्यों राष्ट्रों ने आतंकियों को प्रोत्साहन देने की सख्त आलोचना की है। उनके अलावा जापान, कनाडा, जर्मनी, द.कोरिया और मोरिशस- जैसे राष्ट्रों ने भी कोताही नहीं की है। पाक-प्रधानमंत्री नवाज शरीफ संयुक्तराष्ट्र में जाकर कश्मीर पर हाय-तौबा मचाना चाहते हैं लेकिन उनका मिशन फेल हो गया है। उनकी कोई नहीं सुन रहा है बल्कि उल्टे उन्हें अमेरिकी विदेश मंत्री और ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने खरी-खरी सुना दी है। मियां साहब को लेने के देने पड़ गए। अभी तो हमारी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज स. रा. में अपने प्राणलेवा भाषणों से पाकिस्तान की नींद हराम कर देंगी। अब मानकर चलिए कि इस्लामाबाद में होनेवाला दक्षेस सम्मेलन भी खत्म हो गया है।
उड़ी हमले ने सारी दुनिया में पाकिस्तान की छवि को चौपट कर दिया है। भारत सरकार इन आतंकी हमलों का चाहे कोई जवाब न दे पाए लेकिन अंतरराष्ट्रीय समुदाय में पाकिस्तान की इज्जत पैंदे में बैठ गई है। अब दुनिया पाकिस्तान को ‘रोग इस्टेट’ कहने लगी है, इस अंग्रेजी शब्द का बोलचाल की हिंदी में मतलब होता है- गुंडा राज्य। पाकिस्तान में करोड़ों सभ्य और सज्जन लोग रहते हैं लेकिन इन आतंकियों ने उनके माथे पर कलंक का टीका लगवा दिया है।