राजीव कुमार
बुलंदशहर, उप्र। विगत दिनों बुलंदशहर एनएच-91 पर दरिंदों द्वारा मां-बेटी के साथ इतना घिनौना, हैवानियत भरा गैंप रेप उनके परिवार वालों के आँखों के सामने हुआ इससे पूरा देश एक बार फिर दहल गया, इसकी जितनी भी कठोर निंदा किया जाए कम है। ऐसे दु:खद परिस्थिति में उत्तर प्रदेश के दो टेढ़ी नाक वाले बाप-बेटे पीडि़ता माँ-बेटी के साथ जो गंदी और घिनौनी राजनीति कर रहे हैं उस पर देश का सभ्य समाज थूक रहा है।
सनद रहे कि घटना वाली जगह दिल्ली से महज 65 किमी दूर है। महिला का परिवार रिश्तेदार की तेरहवीं के लिए शाहजहांपुर से नोएडा जा रहा था। रास्ते में बदमाशों ने उनकी कार रोककर परिवार के लोगों को बंधक बना लिया। वहीं लड़की के पिता ने बताया- “मेरी बेटी को मार्शल आर्ट्स आता था। उसने हमलावरों का जमकर मुकाबला किया।”
लड़की के पिता के अनुसार बेटी करीब आंधे घंटे तक उनसे जूझती रही। जब बदमाश उससे जीत नहीं सके तो उन्होंने बाप और बेटे पर बंदूक तान दी। फलस्वरूप उसकी बेटी मजबूर होकर हार गई।
इन वासना के भूखे दरिंदों नें ने मां-बेटी के साथ करीब तीन घंटे उनके जिस्म को रौंदते रहे और अंत में कैश और कीमती सामान भी लूट लिया । ज्ञात रहे कि इस गैंगरेप और लूट में तीन मुसलमान थे यही कारण है कि अगले दिन कोर्ट में पेशी के दौरान आरोपियों को बदल दिया गया ओर उत्तर प्रदेश की अखिलेश सरकार उन मुस्लिम अपराधियों पर कई धाराएं हटा लिया।
यदि ये घटना उत्तर प्रदेश में न होकर भाजपा शासित गुजरात में होता और आरोपी सवर्ण होते तो और पीडि़त माँ-बेटी दलित या मुसलमान होती तो मीडिया अब तक इस मामले को पूरा विश्व व्यापी मुद्दा बना डालती। बरखा दत्त, रविश कुमार, केजरीवाल, नीतीश कुमार, राहुल गांधी सारे सेकुलर नेता और पत्रकार छाती पीट-पीट कर चिल्लाते। उस पर मुवावजाओं की बरसात हो जाती क्योंकि दर्द तो सिर्फ मुसलमान को होता है ?
सेकुलर नेताओं की चंद वोटों के खातिर ऐसी हैवानियत भरी सोच देश को ऐसे भयावह गड्ढे में ढकेल रहा है जिसस उबरने में पता नहीं कितने हजारों साल लग जाएंगे। देश की जनता को ऐसे हैवान नेताओं और दलाल पत्रकारों से सावधान रहना है और साथ में देश के अन्य लोगों को इन दरिंदों से जागरूक करना है क्योंकि आने वाले समय में देश की सत्ता उन्हीं के हाथों में रहेगी। देश के होनहारयुवाओं को एक लैपटॉप और मुफ्त पानी और बिजली के चक्कर में ऐसे सड़े और घटिया मानसिकता वाले नेताओं और पत्रकारों से सावधान रहना होगा ।
उत्तर प्रदेश की मुलायम-अखिलेश सरकार जघन्य बलात्कार की शिकार मां-बेटी को सिर्फ पचास हजार रूपये देकर अपनें कर्तव्यों से इतिश्री कर ली । ये सेकुलर नेता उपरोक्त पीडि़ता मां-बेटी से मिलनें, सांत्वना के दो शब्द भी नहीं बोलने जा रहे हैं क्योंकि वो एक सवर्ण परिवार से हैं और इन नेताओं के लिए वोट बैंक मुसलमान हैं, दलित हैं। पूरे देश का सभ्य समाज ऐसे सेकुलर गंदी राजनीति पर थूकता है।